बलरामपुर: रामानुजगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर्स इन दिनों हड़ताल पर हैं. डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने के कारण मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इधर बरसात का मौसम होने के कारण लोगों में सर्दी-खांसी जैसी बिमारियों का खतरा बढ़ गया है. यही कारण है कि अस्पताल में मरीजों की संख्या भी बढ़ी है. रामानुजगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में हर दिन तकरीबन 200 से 300 मरीज आते हैं. गंभीर बीमारी वाले मरीजों को काफी दिक्कतें हो रही है.
हर दिन ओपीडी में पहुंच रहे 200-300 मरीज: रामानुजगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इन दिनों वायरल बीमारियों से ग्रसित मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. अस्पताल के ओपीडी में हर दिन 200 से 300 मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. सिर्फ दो डॉक्टर ही सभी मरीजों को देख रहे हैं और दवाइयां दे रहे हैं.
वायरल बीमारियों के कारण ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ी है. डॉक्टर्स रायपुर में हड़ताल पर बैठे हुए हैं. इसके कारण वर्कलोड भी बढ़ा हुआ है. हम चाहते हैं कि सरकार हमारे साथियों की बात सुनें और उसमें कुछ बीच का रास्ता निकालकर सभी को वापस काम पर भेजें. ताकि हम और भी अच्छे से काम कर सकें. - हेमंत दीक्षित, प्रभारी, बीएमओ
अस्पताल में चिकित्सकों की कमी:रामानुजगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कुल 8 डॉक्टर्स हैं. इनमें से सिर्फ दो डॉक्टर्स ही ड्यूटी कर रहे हैं. अन्य चिकित्सक हड़ताल पर हैं, जिसके कारण मरीजों को असुविधा हो रही है. चिकित्सकों की कमी का खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है.
लैब में 200 से अधिक मरीज हर दिन आते हैं. तीन लोगों की टीम लैब में काम रही है. स्टाफ की कमी है. हमने कई बार इसके लिए सीएमएचो को शिकायत दी है. लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है. -विकास गुप्ता, लैब टेक्नोलॉजिस्ट
मरीजों को हो रही दिक्कतें: रामानुजगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हर दिन पहुंचने वाले मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों से आए हुए कई मरीज सुबह से ही लैब के बाहर लाइन में खड़े रहते हैं. लेकिन फिर भी न समय पर जांच हो पा रही है. ना ही रिपोर्ट मिल पा रहा है. इससे मरीजों को काफी परेशानी हो रही है.