बलरामपुर: जिले की सामरी विधानसभा सीट से विधायक और संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज (Chintamani Maharaj) रविवार को शंकरगढ़ ब्लॉक के ग्राम पंचायत कोठली के आश्रित गांव भालू पानी (bhalooPani village) पहुंचे. जंगल और पहाड़ी रास्तों से पैदल चलकर विधायक और संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज (Chintamani Maharaj) गांव पहुंचे. ग्रामीणों के बीच जमीन पर चटाई में बैठकर उन्होंने चौपाल लगाई और उनकी समस्याएं सुनी. इस तरह किसी जनप्रतिनिधि को अपने बीच देखकर गांव वाले भी काफी खुश हो गए.
पैदल भालू पानी गांव पहुंचे चिंतामणि महाराज (Chintamani Maharaj)
शायद ये पहला मामला होगा जब विधायक (mla) दलबल के साथ पहुंच विहीन गांव पहुंचे हों. चिंतामणि महाराज के साथ वन, शिक्षा, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के अफसर भी मौजूद रहे. अचानक अपने बीच विधायक और एक साथ अधिकारियों के देखने के बाद गांव वाले भी हैरान हो गए. लेकिन जब उन्हें पता चला कि विधायक उनकी समस्याएं दूर करने आए हैं तो वे काफी खुश हो गए. गांव वालों ने चिंतामणि महाराज को बताया कि उनके गांव में सड़क, बिजली, पानी, राशन के साथ ही खाद-बीज की बड़ी समस्या है. इससे पहले कोई भी जनप्रतिनिधि (public representatives) उनके गांव नहीं पहुंचा है. ग्रामीणों की समस्याएं सुनने के बाद चिंतामणि महाराज (Chintamani Maharaj) ने सभी विभागों के अधिकारियों को तत्काल ग्रामीणों की जायज मांगों के निराकरण का आदेश दिया.
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विधायक को अपने बीच देखकर खुश हुए ग्रामीण
ग्रामीणों का कहना है कि पहली बार कोई विधायक (mla) उनके गांव पैदल पहुंचा है और उनकी समस्याओं को सुन रहा है. ग्रामीणों ने विश्वास जताया कि अब उनकी समस्याएं जरूर पूरी हो जाएंगी. इसके लिए ग्रामीणों ने चिंतामणि महाराज (Chintamani Maharaj) का धन्यवाद दिया.
छत्तीसगढ़ के कई आदिवासी बहुल गांव मूलभूत सुविधाओं की कमी से जूझ रहे हैं. सरगुजा संभाग के बलरामपुर जिले के गांवों में विकास की दरकार है. आदिवासी क्षेत्र, वनांचल और नक्सल प्रभावित गांवों में रहने वाले लोग शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क जैसी सुविधाओं के लिए भी राह देख रहे हैं.