बलरामपुर: संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज ने डिपाडिह में स्थित प्राचीन धरोहरों का जायजा लिया है. उन्होंने अधिकारियों को धरोहर के संरक्षण के लिए निर्देश दिए हैं. सामरी विधानसभा क्षेत्र के विधायक और संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज ने ETV भारत के खबर दिखाये जाने के बाद डिपाडिह के सामत सरना स्थित 9वीं, 10वीं और 11वीं शताब्दी की मूर्तियों की जानकारी ली है.
दरअसल, यहां रखी मूर्तियों और प्राचीन धरोहरों का अस्तित्व खतरे में पड़ता जा रहा है. रखरखाल के अभाव और प्रशासन की अनदेखी के कारण मूर्तियां खराब होती जा रही है. कुछ समय पहले शिवलिंग और नंदी महाराज की मूर्ति के बगल में एक पेड़ गिर गया है. जिससे नंदी महाराज की मूर्ति क्षतिग्रस्त हो गई. लेकिन आज तक किसी ने ध्यान नहीं दिया और न हीं पेड़ को हटाया गया है. ETV भारत ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया था.
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पुरातात्विक सर्वेक्षण के लिए अधिकारियों को दिए निर्देश
संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज खुद उस जगह पर पहुंचे. वहां के हालात देख संसदीय सचिव ने नाराजगी जाहिर की. मौके पर गांव के सरपंच को भी बुलाया गया और फॉरेस्ट विभाग की टीम से भी बात की गई. पेड़ को तत्काल हटाने के निर्देश दिए गए और मूर्तियों के संरक्षण के लिए पुरातात्विक सर्वेक्षण के लिए अधिकारी से बात की गई है. संसदीय सचिव ने कहा कि ऐसी ही स्थिति रही तो प्राचीन धरोहरों को संरक्षित कैसे किया जा सकेगा.