बलरामपुर : नए साल में छत्तीसगढ़ के मौसम ने करवट ली है. प्रदेश के उत्तरी क्षेत्र के जिलों में कड़ाके की सर्दी पड़ रही Outbreak of cold wave in Balrampur है. इन क्षेत्रों में पिछले तीन दिनों से धूप नहीं निकली है.जिसके कारण लोग घरों में रहने के लिए मजबूर है. सबसे ज्यादा परेशानी ग्रामीण इलाकों में देखने को मिल रही है.जहां पर ठिठुरन के साथ सर्द हवाएं लोगों को परेशान कर रही है. ग्रामीण अपने मवेशियों को बचाने के लिए कई तरह की कोशिशें कर रहे हैं.साथ ही ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा लिया जा रहा है. मौसम विभाग (weather department ) के मुताबिक जिले में अभी शीतलहर से राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं.
शीतलहर का प्रकोप : जिले में कई दिन से कड़ाके की ठंड पड़ रही है. तीन दिनों से सर्दी बढ़ने से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बुधवार को भी दिनभर कोहरे और कड़ाके की सर्दी का सितम जारी रहा. इससे लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो Dense fog and haze in Balrampur district गया. तेज हवाएं और शीतलहर चल रही है आवाजाही में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बलरामपुर में सुबह कोहरा छाए रहने से लोग वाहन की हेडलाइट जलाकर सफर तय कर रहे हैं. धूप नहीं निकलने और दिन भर धुंध छाए रहने से सभी चीजें प्रभावित हो रही हैं. ठंड से बचाव के लिए लोग अलाव और गर्म कपड़ों का सहारा ले रहे हैं. दिन भर लोग अलाव के पास इकट्ठा होकर ठंड से बचाव कर रहे हैं.
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ठंड के कारण बंद हैं स्कूल :जिले में पड़ रही कड़ाके की ठंड और घने कोहरे के मद्देनजर कलेक्टर विजय दयाराम (Collector Vijay Dayaram) ने 4-5 जनवरी को जिले के सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश जारी किया है जिसके बाद दो दिनों तक छूट्टी घोषित कर दिया गया. शीतलहर के प्रकोप से बच्चों के बचाव के लिए स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है.बलरामपुर जिला मुख्यालय का न्यूनतम तापमान 06 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना है. मौसम खुलने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में पाला गिरने की उम्मीद भी जताई जा रही है.