बलरामपुर: छत्तीसगढ़ का रामानुजगंज प्राकृतिक सौन्दर्य से परिपूर्ण है. यह इलाका ऊंचे पहाड़, जंगल, नदियां झरने समेत कई प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है. यहां प्रकृति कि गोद में सतबहिनी झरना पर्यटन स्थल भी है. रामानुजगंज से 18 किलोमीटर और जिला मुख्यालय बलरामपुर से 20 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत विश्रामपुर में यह नायाब प्राकृतिक तोहफा है, लेकिन क्षेत्र के बहुत कम लोग ही इस बेहतरीन प्राकृतिक स्थल वाटरफॉल के बारे में जानते हैं. ज्यादातर लोगों ने अब तक इस जगह के बारे में नहीं सुना होगा. वहीं, आसपास गांव के ही लोग यहां कभी कभार पहुंचते हैं. ऊंची पहाड़ियों से आ रहा पानी यहां झरने का रूप ले लेता है. दूरदराज के जंगलों से आते हुए बारिश का पानी पत्थरों चट्टानों से टकराते हुए अनेकों छोटे-छोटे झरनों में परिवर्तित हो जाता है.
यहां नेचुरल सनसेट पॉइंट भी है. चारों तरफ से ऊंची-ऊंची पहाड़ियों से घिरी हुई यह जगह बेहद लुभावनी है. यहां जंगलों पहाड़ियों का पूरा पानी नीचे लुत्ती डेम में जमा हो जाता है. जिस कारण आसपास क्षेत्र के किसानों को खेती के लिए जरूरत पड़ने पर पानी उपलब्ध हो जाता है. हालांकि जनवरी-फरवरी का महीना आने तक बारिश पर निर्भर यह झरना गिरना बंद हो जाता है.
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प्राकृतिक पर्यटन स्थल को विकसित किए जाने कि है जरुरत
प्रकृति के बीच बेहतरीन जगह अपार संभावनाओं से भरे इस क्षेत्र को प्रशासन और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सहयोग से विकसित किया जा सकता है. जिससे बड़ी संख्या में सैलानी यहां पहुंचेंगे. साथ ही इससे आस पास रहने वाले लोगों को रोजगार मिल सकता है.