बलरामपुर: कोरोना काल में सभी स्कूल-कॉलेज बंद है. ऐसे में स्कूलों में मिलने वाला मध्यान्ह भोजन भी बंद हो गया है. सरकार इसके बदले स्कूली बच्चों को सूखा राशन वितरित कर रही है. बलरामपुर जिले के राजपुर में बच्चों को दिए जाने वाला सोयबीन पहुंचा. इस सोयाबीन के गुणवत्ता की जांच की गई जो सही पायी गई है.
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सरकार ने कोरोना काल में बच्चों को रेडी टू इट भोजन के पैकेट देना शुरू किया है. राजपुर में हजारों किलो सोयबीन के पैकेट पहुंचे. जिसे हाईस्कूल में खाली कराया गया है. सोयाबीन का भंडारण स्कूल में किया गया. इसके साथ ही दाल और चावल भी बच्चों को बांटा जाएगा. इस सूखे राशन की गुणवत्ता की स्टाफ के लोगों ने जांच की. पैकेट में बंद राशन को खोलकर उसे पकाकर देखा गया. जांच के दौरान सोयबीन ठीक पायी गई है. इसके बाद सभी पैकेट का भंडारण किया गया, जिसे स्कूल के बच्चों में वितरित किया जाएगा.
मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान से जुड़ी महिलाएं
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर बच्चों और महिलाओं को पौष्टिक आहार के रूप के रेडी टू ईट फूड उपलब्ध कराकर उन्हें कुपोषण मुक्त रखने का प्रयास लगातार किया जा रहा है. अभियान के तहत सरकार ने महिला समूहों को जोड़कर उनको आत्मनिर्भर बनने का सुनहरा मौका दिया है. ये महिलाएं रेडी टू इट फुड पैकेट की पैकेजिंग करती हैं. इसके बाद आंगनबाड़ी केंद्रों में सप्लाई करती हैं.