बलरामपुर : जिले के कांग्रेस कार्यालय राजपुर में महात्मा गांधी और पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री की जन्म जयंती मनाई गई. इस दौरान कृषि कानून के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने कानून को रद्द करने की मांग की. बता दें कांग्रेस कार्यकर्ताओं की तरफ से गांधी चौक पर धरना दिया गया. इसके बाद रैली निकालकर राजपुर तहसीलदार को राष्ट्रपति महोदय के नाम ज्ञापन भी सौंपा गया.
विरोध प्रदर्शन के दौरान जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र तिवारी ने किसानों और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि, 'कृषि कानून और आवश्यक वस्तु में संशोधन किसान विरोधी है. इससे मुनाफाखोरी को प्रोत्साहन मिलेगा और गरीब किसानों को काफी नुकसान होगा. साथ ही बीज, खाद और अन्य जरूरत की वस्तुएं मौके पर काफी महंगी मिलेगी. किसानों के उत्पाद सामाग्री को बड़ी कंपनियां महंगे दामों पर खरीद कर आम उपभोक्ता को बेचेंगे. किसानों से मनमानी दर पर बड़ी कम्पनियां सामान खरीदेगी.
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नोटबंदी की तरह फेल होगा कृषि कानून
जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सुनील सिंह ने कहा कि, 'संसद में बगैर बहस के पारित किए गए तीनों कानून आम जनता के लिए कुठाराघात है. इससे न केवल किसान प्रभावित होंगे, बल्कि भविष्य में अन्य कई प्रोफेशनल लोग भी प्रभावित होने जा रहे हैं. यह कानून प्रारंभिक स्तर पर आम लोगों को अच्छा लग सकता है लेकिन इसके दूरगामी परिणाम नोटबंदी की ही तरह हैं. इसे माननीय राष्ट्रपति महोदय से वापस लेने की कांग्रेस पार्टी अपील करती है'.
किसानों के साथ षड्यंत्र
विधि प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष जितेंद्र गुप्ता ने कहा कि, 'कानून बनाने से पहले प्रधानमंत्री महोदय को जनता से रायशुमारी करनी चाहिए थी. भविष्य में सरकार एमएसपी समाप्त करेगी. यह किसानों के साथ षड्यंत्र है'. ब्लॉक प्रभारी खोरेन खलखो ने कहा कि, 'हम किसानों के हित में यह मांग कर रहे हैं कि किसानों को काले कानून के कुचक्र से बचाया जाए'.