बलरामपुर: सरकार विकास के दावे तो करती है, लेकिन इसकी सच्चाई कुछ और ही है. जिले के विकास के लिए लाखों-करोड़ों रूपये की राशि खर्च की गई. बावजूद इसके इसका फायदा आम जनता को आज तक नहीं मिल पाया. जिले में कई ऐसे निर्माण कार्य है, जिन्हें शुरू तो जोर-शोर से किया गया था लेकिन अब उसकी स्थिति देखने कोई नहीं आता. हम बात कर रहे हैं बलरामपुर के सामुदायिक भवन की जिसका काम पिछले 8 साल से रूका हुआ है.
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जिले का गठन होने के साथ ही यहां काका लरंगसाय सामुदायिक भवन का निर्माण कार्य शुरू किया गया था. ढांचा तो, लगभग बनकर तैयार है, लेकिन काम अधूरा होने की वजह से ये खंडहर में तब्दील हो गया है. लिहाजा लोगों को अब शादी-ब्याह के कार्यक्रम के लिए 40-50 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है. जनप्रतिनिधि का कहना है कि बजट की कमी की वजह और कुछ तकनीकी परेशानियों की वजह से ये काम पूरा नहीं हो पाया है. उन्होंने कहा कि वे जिला प्रशासन के जरिए लगातार सत्ता पक्ष के लोगों को निर्माण कार्य शुरू किए जाने की बात कहते आ रहे हैं.
असामाजिक तत्वों का बना अड्डा
स्थानीय लोगों का कहना है कि 4 से 5 कलेक्टर यहां से जा चुके हैं,लेकिन ये भवन अब तक पूरा नहीं हुआ है. कई बार तो डिजाइन की वजह से भी काम रोक दिया गया था. आए दिन यहां पर शराबी और नशेड़िओं का जमावड़ा लगा होता है. शादी-ब्याह के लिए यहां से रामानुजगंज जाना पड़ता है.स्थानीय लोगों ने मांग की है कि शासन जल्द ही उनकी इस समास्याओं पर ध्यान दे और सामाजिक भवन का निर्माण कार्य जल्द ही पूरा करवाएं.