बलरामपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी घमासान का दौर चल रहा है. इस बीच डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने बलरामपुर के सामरी विधानसभा क्षेत्र का दौरा किया. यहां उन्होंने इशारों इशारों में अपनी ही पार्टी के विधायक बृहस्पति सिंह पर निशाना साधा. सिंहदेव ने कहा कि मुझ पर जो आरोप लगाए गए हैं. उसे लेकर आरोप लगाने वालों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा.
बृहस्पति सिंह पर बिना नाम लिए हमला: डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव बलरामपुर के सामरी में भेंट मुलाकात कार्यक्रम में आए हुए थे. यहां उन्होंने मंच से सामरी की जनता को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर बात की. लेकिन सबसे ज्यादा जिस बात की चर्चा हो रही है. वह है उनपर लगे उस आरोपों की जिसे बृहस्पति सिंह ने लगाया था. इस मामले में बिना नाम लिए टीएस सिंहदेव ने बृहस्पति सिंह को घेरा और कहा कि इस मुद्दे पर समझौता नहीं किया जाएगा. जानकार बता रहे हैं कि यह इशारा साफ तौर पर रामानुजगंज विधायक बृहस्पति सिंह पर था.
" मेरे को जितना गरियाना है गरिया लो. लेकिन महाराज, महारानी साहिबा को सार्वजनिक मंच से कोई कुछ भी बोलेगा तो समझौता नहीं हो सकता. घर में जो बोलना है बोलिए. लेकिन मंच से दो लोगों के बारे में कुछ भी बोलेंगे तो मेरी तरफ से समझौता नहीं होगा. आज तक व्यक्तिगत तौर पर कई लोगों ने क्या किया. लेकिन मैंने कभी कुछ नहीं किया. मैंने उसे राजनीति के क्षेत्र में उसे नहीं आने दिया. लेकिन आज एक घटना ऐसी घटी है छत्तीसगढ़ में जिसमें जिसमें सीमा पार करके किसी ने मेरे उपर आरोप लगाया. जान के खतरे का आरोप लगाया. वहां पर समझौता नहीं हो सकता. आगे क्या होगा वो पार्टी जानें और पब्लिक जाने, लेकिन मेरी तरफ से समझौता नहीं हो सकता"- टीएस सिंहदेव, डिप्टी सीएम , छत्तीसगढ़
टीएस सिंहदेव ने उस शख्स का नाम नहीं लिया जिसने उन पर गंभीर आरोप लगाए. लेकिन जानकारों की मानें तो उनका निशाना बृहस्पति सिंह पर है. जिन्होंने पहले उनके ऊपर जान से मारने का आरोप लगाया था.
जुलाई 2021 में बृहस्पति सिंह ने सिंहदेव पर लगाया था आरोप: दरअसल ये पूरी घटना जुलाई 2021 की है. जब 25 तारीख को बृहस्पति सिंह के काफिले पर पथराव हुआ था. इस घटना को लेकर बृहस्पति सिंह ने दावा किया था कि यह हमला टीएस सिंहदेव के इशारे पर हुआ है. इसके पीछे बृहस्पति सिंह ने वजह गिनाई थी कि उन्होंने सीएम भूपेश बघेल की तारीफ की थी. इसलिए उन पर हमला कराया गया. बृहस्पति सिंह ने उस वक्त कहा था कि"मेरी जान को खतरा है. मेरे ऊपर हमले के पीछे मंत्री टीएस सिंहदेव हैं. वह महाराजा हैं. मेरी हत्या करा सकते हैं. हत्या कराने से अगर सिंहदेव मुख्यमंत्री बन सकते हैं. तो उन्हें ये पद मुबारक हो". बाद में यह पूरा मुद्दा विधानसभा तक पहुंचा था. सिंहदेव ने इन आरोपों पर सख्त नाराजगी जताई थी. इशारों इशारों में एक बार फिर सिंहदेव ने बृहस्पति सिंह पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है.
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव से पहले टीएस सिंहदेव ने बृहस्पति सिंह कांड को हवा दे दी है. अब देखना होगा कि डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के इस बयान का छत्तीसगढ़ की राजनीति पर क्या असर पड़ता है.