बलरामपुर: पिछले 1 नवंबर से छत्तीसगढ़ में धान खरीदी शुरू हो गई है. समर्थन मूल्य पर 2023-24 के लिए धान की खरीदी की जा रही है. इसी कड़ी में धान के बिचौलिये अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में धान का अवैध भंडारण करना शुरू कर दिये हैं.
धान का अवैध भंडारण: धान के बिचौलियों पर प्रशासन की पैनी नजर है. रामानुजगंज के तहसीलदार विष्णु गुप्ता के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया है. टीम ने विजयनगर में रहने वाले अली मोहम्मद और शमीम के घर छापेमार कार्रवाई की. दोनों के ठिकानों से करीब 265 बोरी धान बरामद किया गया. अली मोहम्मद के ठिकाने से 65 बोरी धान दूसरे राज्य से लाकर यहां पर भंडारित किया गया था. शमीम के ठिकानों से जब्त 200 बोरी धान दूसरे राज्य से लाकर भंडारित किया गया था.
"घर में अवैध धान भंडारण करके रखने की सूचना मिलने पर हमारी टीम के द्वारा छापेमारी करते हुए 265 बोरी अवैध धान को जब्त कर कार्रवाई की गई है." विष्णु गुप्ता, तहसीलदार
जिला प्रशासन के आदेश पर कार्रवाई: कलेक्टर रिमिजियुस एक्का के निर्देश पर धान के बिचौलियों और अवैध भंडारण पर कार्रवाई की जा रही है. कलेक्टर ने निगरानी दलों, राजस्व और नोडल अधिकारियों को सही किसानों से ही धान की खरीदी करने के निर्देश दिये हैं. साथ ही ये भी कहा है कि, इसके अवैध परिवहन और संग्रहण पर पैनी निगाह रखी जाए.
कोचियों और बिचौलियों पर नजर: बलरामपुर कलेक्टर ने अवैध धान की आवक को रोकने के लिए टीम गठित की है. कलेक्टर रिमिजियुस एक्का ने सभी को कोचियों और बिचौलियों पर नजर रखने और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिये हैं.जिला प्रशासन ने आम लोगों और किसानों से अपील की है कि, धान खरीदी में धांधली का संदेह होने पर तुरंत प्रशासन को इसकी सूचना दें और उचित फोरम पर शिकायत करें. जिससे की बिचौलियों पर कड़ी कार्रवाई हो सकेगी. प्रशासन की ओर से ये भी कहा गया है कि, धांधली की सूचना देने वालों की पहचान गोपनीय रखी जाएगी.