बलरामपुर: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में कभी नक्सलियों का खौफ हुआ करता था. लेकिन अब इन इलाकों सड़क का निर्माण कराया जा रहा है. आईईडी ब्लास्ट की घटनाओं को रोकने और जवानों के साथ ही आम जनों को नुकसान पहुंचने से बचाने के लिए बम निरोधक टीम द्वारा सर्चिंग ऑपरेशन भी चलाया जा रहा है. चारों तरफ से पाट पहाड़ों और घने जंगलों से घिरे हुए सामरी पाट क्षेत्र के अंदरूनी इलाकों में ईटीवी भारत की टीम ग्राउंड रिपोर्टिंग करने पहुंची.
घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सड़क निर्माण: दरअसल, जिले के अति संवेदनशील नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सड़क निर्माण कराया जा रहा है. भूताही मोड़ कैंप से बंदरचुआ होते हुए चुनचुना पुंदाग से लेकर झारखंड की सीमा तक सड़क बनाने का काम जारी है. सड़क निर्माण के दौरान अंदरुनी इलाकों में पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों द्वारा श्रमिकों को सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है. ताकि जल्द से जल्द सड़क निर्माण कार्य को पूरा कराया जा सके. सड़क नहीं होने का लाभ नक्सली भी उठाते रहे हैं. जवानों के साथ गांवों के लोगों को भी आवागमन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था.
बारूदी सुरंगों का पता लगाने में जुटे जवान: जिले के सामरी पाट क्षेत्र में बन रही सड़क पर नक्सलियों द्वारा आईईडी प्लांट करने की आशंका बनी हुई है. जिसके मद्देनजर नक्सली घटनाओं को रोकने के लिए जिला पुलिस और बीडीएस की टीम सर्चिंग ऑपरेशन चला रही है. ताकि पुलिस जवानों और सिविल नागरिकों को नुकसान से बचाया जा सके. बम निरोधक दस्ता की टीम नक्सल क्षेत्र में बन रही सड़क में मेटल डिटेक्टर के जरिए आईईडी का पता लगाने सर्चिंग अभियान चला रही है.
"पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सड़क निर्माण कार्य के दौरान सुरक्षा दी गई है. सड़क निर्माण वाले रास्ते में इससे पहले कि नक्सली आईईडी प्लांट करें, उसे डी-माइनिंग कर नष्टी करने काम में हम जुटे हैं. ताकि अपने जवानों, वाहनों और सिविल नागरिकों को कोई भी नुकसान न पहुंचे." - मंजीत सिंह, प्रभारी, बम निरोधक दस्ता
सीमावर्ती इलाकों में CRPF का कैंप मौजूद: बलरामपुर में सामरी पाट क्षेत्र के सबाग बंदरचुआ भूताही मोड़ और पुंदाग में भी CRPF (केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स) के जवानों का कैंप मौजूद हैं. यह क्षेत्र बेहद दुर्गम इलाका है. जहां चारों तरफ पहाड़ और घने जंगल हैं. साथ ही यह एरिया झारखंड की सीमा से लगा हुआ है. जिसके चलते इस क्षेत्र में कई नक्सल गतिविधियां सामने आती रहती थी. जिसे काउंटर करने के लिए सीआरपीएफ कैंप लगाए गए.
नक्सली साजिशों को फेल करने जुटी सीआपीएफ: अभी हाल ही में यहां पुंदाग के जंगलों से सुरक्षाबलों ने 5 किलो का एक आईईडी बरामद किया था. यहां बीते नौ महीने में सामरी पाट थाना क्षेत्र में तीन अलग अलग जगहों पर सर्चिंग के दौरान आईईडी बरामद किया गया था. जिसे बम निरोधक दस्ते ने डिफ्यूज किया था. सुरक्षाबलों की सतर्कता से यहां बड़ी नक्सली साजिश टल गई थी. अब नवंबर के माह में विधानसभा चुनाव होने जा रहा है. इसलिए चुनाव से पहले पुलिस सतर्कता बरतते हुए नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में नक्सलियों की साजिशों को फेल करने में जुटी है.