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बलरामपुर कलेक्टर ने सूखा प्रभावित खेतों का जायजा लिया, चौपाल लगाकर किसानों संग चर्चा

बलरामपुर जिले में अल्प वर्षा से बनी सूखे की स्थिति का नजरी आंकलन करने कलेक्टर विजय दयाराम के ने रामचन्द्रपुर विकासखण्ड (Collector arrived in Balrampur to assess drought affected fields) का दौरा किया. कलेक्टर ने कलिकापुर और बाहरचुरा गांव के खेतों का नजरी आंकलन किया और अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए.

Collector arrived in Balrampur to assess drought affected fields
सूखा प्रभावित खेतों का आंकलन करने पहुंचे कलेक्टर
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Published : Aug 5, 2022, 2:11 PM IST

बलरामपुर: जिले में इस बार कम बारिश के कारण सूखे के हालात बन गए हैं. आषाढ़ और अब सावन माह बीतने की कगार पर पहुंच गया है. लेकिन अब तक जिले के ज्यादातर नदी, तालाब, जलाशय सूखे पड़े हुए हैं. सिंचाई के ज्यादातर स्तोत्र का जलस्तर भी बहुत नीचे चला गया है. जिले में अल्प वर्षा से निर्मित सूखे की स्थिति का नजरी आंकलन करने कलेक्टर विजय दयाराम के ने ग्रामीण क्षेत्रों का (Collector arrived in Balrampur to assess drought affected fields) दौरा किया.

चौपाल लगाकर ग्रामीणों से की चर्चा: बलरामपुर कलेक्टर विजय दयाराम के ग्राम कलिकापुर और बाहरचुरा के खेतों का नजरी आंकलन (Balrampur Collector visit) करने पहुंचे. उन्होंने सूखे की स्थिति का निरीक्षण किया. संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये. कलेक्टर ने ग्राम बाहरचुरा में खेतों में पेड़ की छांव में ही चौपाल लगाया और जमीन पर बैठकर किसानों के साथ सूखे की स्थिति पर चर्चा की. कलेक्टर ने परंपरागत सिंचाई के संसाधनों, खरीफ सीजन में धान के अलावा अन्य फसलों के उत्पादन पर जोर दिया.

यह भी पढ़ें: जब कलेक्टर ने सुनाया अपने दौर का याद किया हुआ श्लोक


सूखे के हालात पर कलेक्टर ने लिया जायजा: कलेक्टर विजय दयाराम के ने अधिकारियों से कहा कि "शासन के निर्देशानुसार नजरी आंकलन कर किसानों को हर संभव राहत देने का प्रयास करें." कलेक्टर ने अल्प वर्षा को देखते हुए ग्रामीणों से कहा कि "इस वर्ष कम वर्षा होने के कारण अधिकांश किसानों ने धान की फसल नहीं ली है." उन्होंने किसानों से परम्परागत सिंचाई के साधनों समेत धान के अलावा अन्य फसल लेने के संबंध में चर्चा की. कलेक्टर ने कहा कि "कम पानी में तैयार होने वाली फसलों के बीज किसानों को देने की व्यवस्था शासन द्वारा कर ली गई है. जिसे कृषि विभाग द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा. अपने खेतों में अलग अलग फसल लगायें और अन्य फसल लेने की तैयारी भी करें."

यह भी पढ़ें: बलरामपुर: बारिश के मौसम में भी सूखा पड़ा है अंवराझरिया वाटरफॉल, पर्यटकों में निराशा

कृषि विभाग के अधिकारियों को दिये निर्देश: कलेक्टर ने कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों से कृषकों को हर संभव मदद करने के निर्देश (Balrampur Collector visit) दिये हैं. कलेक्टर ने ग्रामीणों एवं किसानों से कहा कि " अपने खेतों में छोटे-छोटे डबरी का निर्माण करें, जिससे भविष्य में पानी की कमी नहीं होगी. डबरी में मछली पालन करें, जिससे अतिरिक्त आमदनी भी होगी." उन्होंने कहा कि "कृषि से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या आती है तो कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के अधिकारी-कर्मचारी सहयोग करेंगे."


मनरेगा के जरिए मिलेगा रोजगार: कलेक्टर ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि जिले में अधिक से अधिक विकास कार्य मनरेगा के माध्यम से स्वीकृत किये जायेंगे. जिससे ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध हो सकेगा.

बलरामपुर: जिले में इस बार कम बारिश के कारण सूखे के हालात बन गए हैं. आषाढ़ और अब सावन माह बीतने की कगार पर पहुंच गया है. लेकिन अब तक जिले के ज्यादातर नदी, तालाब, जलाशय सूखे पड़े हुए हैं. सिंचाई के ज्यादातर स्तोत्र का जलस्तर भी बहुत नीचे चला गया है. जिले में अल्प वर्षा से निर्मित सूखे की स्थिति का नजरी आंकलन करने कलेक्टर विजय दयाराम के ने ग्रामीण क्षेत्रों का (Collector arrived in Balrampur to assess drought affected fields) दौरा किया.

चौपाल लगाकर ग्रामीणों से की चर्चा: बलरामपुर कलेक्टर विजय दयाराम के ग्राम कलिकापुर और बाहरचुरा के खेतों का नजरी आंकलन (Balrampur Collector visit) करने पहुंचे. उन्होंने सूखे की स्थिति का निरीक्षण किया. संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये. कलेक्टर ने ग्राम बाहरचुरा में खेतों में पेड़ की छांव में ही चौपाल लगाया और जमीन पर बैठकर किसानों के साथ सूखे की स्थिति पर चर्चा की. कलेक्टर ने परंपरागत सिंचाई के संसाधनों, खरीफ सीजन में धान के अलावा अन्य फसलों के उत्पादन पर जोर दिया.

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सूखे के हालात पर कलेक्टर ने लिया जायजा: कलेक्टर विजय दयाराम के ने अधिकारियों से कहा कि "शासन के निर्देशानुसार नजरी आंकलन कर किसानों को हर संभव राहत देने का प्रयास करें." कलेक्टर ने अल्प वर्षा को देखते हुए ग्रामीणों से कहा कि "इस वर्ष कम वर्षा होने के कारण अधिकांश किसानों ने धान की फसल नहीं ली है." उन्होंने किसानों से परम्परागत सिंचाई के साधनों समेत धान के अलावा अन्य फसल लेने के संबंध में चर्चा की. कलेक्टर ने कहा कि "कम पानी में तैयार होने वाली फसलों के बीज किसानों को देने की व्यवस्था शासन द्वारा कर ली गई है. जिसे कृषि विभाग द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा. अपने खेतों में अलग अलग फसल लगायें और अन्य फसल लेने की तैयारी भी करें."

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कृषि विभाग के अधिकारियों को दिये निर्देश: कलेक्टर ने कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों से कृषकों को हर संभव मदद करने के निर्देश (Balrampur Collector visit) दिये हैं. कलेक्टर ने ग्रामीणों एवं किसानों से कहा कि " अपने खेतों में छोटे-छोटे डबरी का निर्माण करें, जिससे भविष्य में पानी की कमी नहीं होगी. डबरी में मछली पालन करें, जिससे अतिरिक्त आमदनी भी होगी." उन्होंने कहा कि "कृषि से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या आती है तो कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के अधिकारी-कर्मचारी सहयोग करेंगे."


मनरेगा के जरिए मिलेगा रोजगार: कलेक्टर ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि जिले में अधिक से अधिक विकास कार्य मनरेगा के माध्यम से स्वीकृत किये जायेंगे. जिससे ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध हो सकेगा.

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