कोरिया: स्वर्गीय कुंजीलाल मेहरा की पत्नी संध्या मेहरा ने केंद्रीय राज्यमंत्री मंत्री रेणुका सिंह को प्रधानमंत्री के नाम एक पत्र सौंपकर आत्मदाह करने की अनुमति मांगी है. संध्या मेहरा के पति स्वर्गीय कुंजीलाल मेहरा साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड हसदेव क्षेत्र में लिपिक के पद पर कार्यरत थे. जून 2018 में निधन हो गया, जिसके बाद से संध्या अनुकंपा नियुक्ति के लिए दर दर भटक रही है. women self immolation warning in korea
संध्या नाम की विधवा महिला चार साल से एसईसीएल हसदेव क्षेत्र में आश्रित रोजगार के लिए चक्कर लगा रही है. वह केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह से भी मिली थी. उन्होंने 31 अगस्त 2020 को हसदेव क्षेत्र के महाप्रबंधक को प्राथमिकता के आधार पर रोजगार देने के लिए पत्र लिख कर निर्देशित किया था. जिसके जवाब में प्रबंधन द्वारा यह कहा गया है कि कोर्ट के निर्णय के बाद ही उन्हें रोजगार दिया जाएगा.
प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप: केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह ने अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिलने पर इसे प्रबंधन की लापरवाही बताया है. उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि ''एक पात्र महिला को उसके पति की मृत्यु के बाद अनुकंपा नियुक्ति नहीं दी जा रही है. इसके लिए महाप्रबंधक को गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेगा. यह दुर्भाग्य है. इसके लिए कार्रवाई की जाएगी और कोशिश की जाएगी कि जल्द से जल्द अनुकंपा नियुक्ति मिल सके.''
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आश्रित रोजगार देने की मांग: संध्या मेहरा का कहना है कि '' मेरी सास ने केवल भविष्य निधि और ग्रेजुएटी के लिए ही कोर्ट में वाद दायर किया है, जिसका आश्रित रोजगार से कोई संबंध नहीं है.'' संध्या के ससुर एसईसीएल के पूर्व कर्मचारी हैं. उन्हें पेंशन मिलती है. संध्या के जेठ भी साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड में लिपिक के पद पर कार्यरत हैं. ससुराल में संध्या के अलावा कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं है, जिसे आश्रित रोजगार दिया जाए.
महाप्रबंधक कार्यालय के सामने आत्मदाह का दी चेतावनी: संध्या ने एसईसीएल को एक शपथ पत्र दिया है कि जब उसे रोजगार मिल जाएगा, तो वह अपने वेतन से पचास प्रतिशत वेतन अपनी सास के भरण पोषण के लिए देगी. इसके बाद भी प्रबंधन सुनने को तैयार नहीं है. अब परेशान होकर उसने 28 अक्टूबर को महाप्रबंधक कार्यालय के सामने आत्मदाह करने का निर्णय लिया है.