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सरगुजा : सरकार की नल-जल योजना ठप, 5 किलोमीटर दूर से पानी ला रहे ग्रामीण

सरकार की नल-जल योजना पूरी तरह से ठप है. हैंड़पंप खराब हैं, जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों को पीने के लिए 5 किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ रहा है. लोगों ने कई बार हैंड़पंप सुधरवाने के लिए पीएचई विभाग से अपील की.

ढोढ़ी के पानी
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Published : May 27, 2019, 10:10 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST

सरगुजा: भीषण गर्मी में जिले के कई इलाकों में पानी की भारी किल्लत हो गई है. सरकार की नल-जल योजना पूरी तरह से ठप है. हैंड़पंप खराब हैं, जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जल संकट लगातार बढ़ता जा रहा है. नदी, नाला, कुआं, तालाब सभी सूखने के कगार पर हैं. पीएचई की ओर से लाखों रुपए खर्च करके नल-जल योजना तो चलाई गई, लेकिन लोगों को इसका फायदा नहीं मिल रहा है.

ढोढ़ी का पानी पीने को मजबूर ग्रामीण

5 किलोमीटर दूर से लाना पड़ता है पानी
लोगों को पीने के लिए 5 किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ रहा है. लोगों ने कई बार हैंड़पंप सुधरवाने के लिए पीएचई विभाग से अपील की, लेकिन विभाग के कानों में जूं तक नहीं रेंगा विभाग ने आज तक किसी कर्मचारी को हैंड़पंप सुधारने नहीं भेजा है. शासन की ओर से पीएचई को जल संकट दूर करने को लेकर लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं, लेकिन विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों की उदासीनता की वजह से लोग पानी की समस्या से परेशान हैं.

जल की भीषण समस्या
सीतापुर ब्लॉक और मैनपाट ब्लॉक अंतर्गत आने वाले कई गांव के ग्रामीण आज भी जल की भीषण समस्या से जूझ रहे हैं. यहां के कई गांवों में पेयजल का संकट है, लेकिन लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ग्रामीणों की समस्या को लेकर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहा है. मैनपाट ब्लॉक के उड़ूमकेला पंचायत के ग्रामीण आज भी ढोढ़ी के पानी पीने को मजबूर हैं.

सरगुजा: भीषण गर्मी में जिले के कई इलाकों में पानी की भारी किल्लत हो गई है. सरकार की नल-जल योजना पूरी तरह से ठप है. हैंड़पंप खराब हैं, जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जल संकट लगातार बढ़ता जा रहा है. नदी, नाला, कुआं, तालाब सभी सूखने के कगार पर हैं. पीएचई की ओर से लाखों रुपए खर्च करके नल-जल योजना तो चलाई गई, लेकिन लोगों को इसका फायदा नहीं मिल रहा है.

ढोढ़ी का पानी पीने को मजबूर ग्रामीण

5 किलोमीटर दूर से लाना पड़ता है पानी
लोगों को पीने के लिए 5 किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ रहा है. लोगों ने कई बार हैंड़पंप सुधरवाने के लिए पीएचई विभाग से अपील की, लेकिन विभाग के कानों में जूं तक नहीं रेंगा विभाग ने आज तक किसी कर्मचारी को हैंड़पंप सुधारने नहीं भेजा है. शासन की ओर से पीएचई को जल संकट दूर करने को लेकर लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं, लेकिन विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों की उदासीनता की वजह से लोग पानी की समस्या से परेशान हैं.

जल की भीषण समस्या
सीतापुर ब्लॉक और मैनपाट ब्लॉक अंतर्गत आने वाले कई गांव के ग्रामीण आज भी जल की भीषण समस्या से जूझ रहे हैं. यहां के कई गांवों में पेयजल का संकट है, लेकिन लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ग्रामीणों की समस्या को लेकर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहा है. मैनपाट ब्लॉक के उड़ूमकेला पंचायत के ग्रामीण आज भी ढोढ़ी के पानी पीने को मजबूर हैं.

Intro:भीषण गर्मी में पानी के संकट को दूर करने में पीएचई विभाग का ध्यान नहीं आज भी ग्रामीण जल संकट में,प्रशासन मौन।

सीतापुर~नल जल योजना ठप्प,हैन्ड पम्प खराब लोग परेशान जिले भर मे लगातार जल संकट बढता जा रहा है नदी नाले, कुआ,तालाब सूखते नजर आ रहे है गाँवों में लाखों रूपये खर्च करके नल जल योजनाए पीएचई विभाग द्वारा तैयार की गई थी लेकिन सभी नल जल योजनाएँ बन्द पड़ी है,यहाँ तक की गाँवों के हैन्ड पम्प भी खराब है।

लोग पानी के लिए 5 किलो मीटर दूर से पीने के लिए पानी लाने के लिए मजबूर है गर्मी का मौसम प्रारभं होने के पहले पीएचई विभाग को सर्वे करा कर गाँव गाँव में लोगो को जल संकट से निपटने के इन्तजाम करने चाहिए थे लेकिन पी.एच.ई विभाग के एस.डी.ओ,,,,एस.एस.पैंकरा द्वारा इस ओर कोई कदम नही उठाये गये जिससे जल संकट की स्थिती भयानक होती जा रही है।

आज भी लोग जल की समस्या को लेकर भारी परेशान है लोगों द्वारा हैन्ड पम्प सुधरवाने के लिए सूचना दी जाती है लेकिन पीएचई विभाग के कर्मचारी हैन्डपंम्प सुधारने के लिए नहीं पहुँचते है।

भीषण गर्मी में दिन~प्रतिदिन जल संकट बढता जा रहा है। पेय जल के नाम पर करोडो रूपये पीएचई विभाग को शासन द्वारा उपलब्ध कराये जाते है उसके बावजूद विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों की उदासीनता के चलते लोग पानी के लिए भारी परेशान है इससे यह सिद्ध होता है कि आज भी पी.एच.ई विभाग गहरी निद्रा में हैं।

वहीं बात करें सीतापुर ब्लॉक और मैनपाट ब्लॉक अंतर्गत आने वाले कई गाँव के ग्रामीण आज भी जल की भीषण समस्या से जूझते नजर आ रहे है।

यहाँ के कई गांवों में पेयजल का संकट व्याप्त है लेकिन लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ग्रामीणों की समस्या को लेकर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहा है।

मैनपाट ब्लॉक अंतर्गत उड़ूमकेला पंचायत के ग्रामीण आज भी ढोढ़ी के पानी पीने को मजबूर है लेकिन इससे पी.एच.ई विभाग को कोई मतलब नहीं।

वहीं सीतापुर ब्लॉक अंतर्गत ग्राम देवगढ़,रायकेरा,सूर व कतकालों में आज भी नल जल योजना पूरी तहर से ठप्प हैं।

अब देखना यह होगा कि भीषण गर्मी में पी.एच.ई विभाग जल की संकट को दूर करने के लिए क्या कुछ कदम उठा पाता है।

बाईट 01~एस.एस.पैंकरा (एस.डी.ओ,,,,पी.एच.ई विभाग सीतापुर)

बाईट 02~ग्रामीण।

बाईट 03~ग्रामीण।

बाईट 04~ग्रामीण।

बाईट 05~ग्रामीण।

विजुअल 01~घर से महज पाँच किलोमीटर दूर जाकर ढोढ़ी से ग्रामीणों द्वारा पानी भरते हुए का दृश्य।

विजुअल 02~कार्यालय लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग।

Report~Roshan Soni
Sitapur...Surguja C.G...!!!Body:भीषण गर्मी में पानी के संकट को दूर करने में पीएचई विभाग का ध्यान नहीं आज भी ग्रामीण जल संकट में,प्रशासन मौन।

सीतापुर~नल जल योजना ठप्प,हैन्ड पम्प खराब लोग परेशान जिले भर मे लगातार जल संकट बढता जा रहा है नदी नाले, कुआ,तालाब सूखते नजर आ रहे है गाँवों में लाखों रूपये खर्च करके नल जल योजनाए पीएचई विभाग द्वारा तैयार की गई थी लेकिन सभी नल जल योजनाएँ बन्द पड़ी है,यहाँ तक की गाँवों के हैन्ड पम्प भी खराब है।

लोग पानी के लिए 5 किलो मीटर दूर से पीने के लिए पानी लाने के लिए मजबूर है गर्मी का मौसम प्रारभं होने के पहले पीएचई विभाग को सर्वे करा कर गाँव गाँव में लोगो को जल संकट से निपटने के इन्तजाम करने चाहिए थे लेकिन पी.एच.ई विभाग के एस.डी.ओ,,,,एस.एस.पैंकरा द्वारा इस ओर कोई कदम नही उठाये गये जिससे जल संकट की स्थिती भयानक होती जा रही है।

आज भी लोग जल की समस्या को लेकर भारी परेशान है लोगों द्वारा हैन्ड पम्प सुधरवाने के लिए सूचना दी जाती है लेकिन पीएचई विभाग के कर्मचारी हैन्डपंम्प सुधारने के लिए नहीं पहुँचते है।

भीषण गर्मी में दिन~प्रतिदिन जल संकट बढता जा रहा है। पेय जल के नाम पर करोडो रूपये पीएचई विभाग को शासन द्वारा उपलब्ध कराये जाते है उसके बावजूद विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों की उदासीनता के चलते लोग पानी के लिए भारी परेशान है इससे यह सिद्ध होता है कि आज भी पी.एच.ई विभाग गहरी निद्रा में हैं।

वहीं बात करें सीतापुर ब्लॉक और मैनपाट ब्लॉक अंतर्गत आने वाले कई गाँव के ग्रामीण आज भी जल की भीषण समस्या से जूझते नजर आ रहे है।

यहाँ के कई गांवों में पेयजल का संकट व्याप्त है लेकिन लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ग्रामीणों की समस्या को लेकर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहा है।

मैनपाट ब्लॉक अंतर्गत उड़ूमकेला पंचायत के ग्रामीण आज भी ढोढ़ी के पानी पीने को मजबूर है लेकिन इससे पी.एच.ई विभाग को कोई मतलब नहीं।

वहीं सीतापुर ब्लॉक अंतर्गत ग्राम देवगढ़,रायकेरा,सूर व कतकालों में आज भी नल जल योजना पूरी तहर से ठप्प हैं।

अब देखना यह होगा कि भीषण गर्मी में पी.एच.ई विभाग जल की संकट को दूर करने के लिए क्या कुछ कदम उठा पाता है।

बाईट 01~एस.एस.पैंकरा (एस.डी.ओ,,,,पी.एच.ई विभाग सीतापुर)

बाईट 02~ग्रामीण।

बाईट 03~ग्रामीण।

बाईट 04~ग्रामीण।

बाईट 05~ग्रामीण।

विजुअल 01~घर से महज पाँच किलोमीटर दूर जाकर ढोढ़ी से ग्रामीणों द्वारा पानी भरते हुए का दृश्य।

विजुअल 02~कार्यालय लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग।

Report~Roshan Soni
Sitapur...Surguja C.G...!!!Conclusion:
Last Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST
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