अंबिकापुर: जिले से लगे गांव रनपुरकला में क्रेडा विभाग के खोदे गए गड्ढे में गिरकर 5 साल के मासूम बच्चे की मौत हो गई. हैरत की बात तो ये है कि इस मामले में अब तक जिला प्रशासन की ओर से ठेकेदार या विभाग के ऊपर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई है और ना ही पीड़ित परिवार को कोई सहायता दी है. स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के निर्देश पर शनिवार को सीएम सचिवालय को पत्र लिखकर बच्चे के परिजन को आर्थिक सहयोग दिए जाने की मांग की गई है.
बारिश के भरे पानी में डूब गये बच्चे: शहर से लगे ग्राम पंचायत रनपुरकला माझापारा में 28 मई को 5 वर्षीय मासूम अर्णव राजवाड़े और उसका ममेरा भाई प्रिंस खेलते खेलते क्रेडा विभाग के सौर ऊर्जा प्लेट लगाने के लिए खोद गए गड्ढे में गिर गए थे. 7 से 8 फीट गहरे गड्ढे में बारिश का पानी भरा होने के कारण दोनों बच्चे उसमें डूब गए. इस दुर्घटना में प्रिंस राजवाड़े को बचा लिया गया लेकिन अर्णव राजवाड़े की मौत हो गई. अर्णव गांधीनगर थाना क्षेत्र के ग्राम मेंड्राखुर्द का रहने वाला था और पिछले 5 साल से अपनी मां के साथ नानी के घर रनपुरकला में रहता था. इस घटना के बाद बच्चे की मां ने घटना की शिकायत गांधीनगर पुलिस से करने के साथ ही दोषियों पर कार्रवाई, मुआवजा व शासकीय नौकरी की मांग की थी.
ठेकेदार की लापरवाही: सोलर पैनल लगाने के लिए ठेकेदार ने महीनों पहले गड्ढा खुदवाया और काम अधूरा छोड़ दिया. बीते दिनों प्रदेश में हर रोज बारिश हुई. मार्च के महीने में ही मानसून आने की स्थिति जैसे बन गई. इसी दौरान गड्ढे में बारिश का पानी भर गया. जिस जगह गड्ढा खोदा गया उससे कुछ ही दूरी पर स्कूल संचालित है. लेकिन ना तो प्रशासन, ना स्कूल प्रबंधन और ना ही ठेकेदार ने इस ओर ध्यान दिया और गड्ढा खुला छोड़ दिया. इसी बारिश के पानी से भरे गड्ढे में दोनों बच्चे खेलते खेलते गिर गए.
स्वास्थ्य मंत्री ने सीएम को लिखा पत्र: इस मामले में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की ओर से उनके रायपुर स्थित निवास कार्यालय से मुख्यमंत्री सचिवालय को एक पत्र लिखा गया है. स्वास्थ्य मंत्री ने घटना में बच्चे को खोने वाले परिजन को आर्थिक सहयोग देने की मांग की है.अब देखना यह होगा कि मामले में क्या कार्रवाई होती है.