सरगुजा: शराबबंदी को लेकर प्रदेश सरकार घिरती नजर आ रही है. राजधानी में शराब दुकान की टाइमिंग 2 घंटे बढ़ाने के बाद विपक्षी दलों ने बघेल सरकार को एल्कोहल बैन पर घेरना शुरू कर दिया है. इसी बीच स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा है कि शराबबंदी अचानक नहीं की जा सकती है.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि किसी लक्ष्य को लेकर चलें और उसे पाना कठिन हो, तो विपक्ष को शोर मचाने का मौका मिल जाता है कि कुछ नहीं कर रहे. शराबबंदी बड़ा और कड़ा फैसला है. उस वक्त पार्टी ने पूर्ण शराबबंदी का मन बनाया था, लेकिन मौजूदा परिस्थितियों में अचानक से शराब को बंद करने की स्थिति में सरकार नहीं है.
नशाबंदी जरूरी: सिंहदेव
उन्होंने बिलासपुर में नशे के जखीरे का जिक्र करते हुए कहा कि शराब के साथ नशाबंदी की ओर भी प्रयास करना होगा. सिंहदेव ने कहा कि कोरेक्स की खेप पकड़ी जा रही है. हमें सब चीजों पर ध्यान देना होगा.
शराबबंदी वाले राज्यों में भी शराब उपलब्ध : सिंहदेव
जिन राज्यों में शराब पर बैन है, जैसे कि गुजरात और बिहार का जिक्र करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दोनों राज्यों में आपको जो शराब चाहिए वो मिल जाती है. पूर्ण शराबबंदी वाले राज्यों में शराब उपलब्ध है, लिहाजा सभी चीजों को देखते हुए हमें ये फैसला लेना होगा.
छत्तीसगढ़ के सामने चुनौती : सिंहदेव
सिंहेदव ने कहा कि जिन राज्यों में शराबबंदी के बाद भी अवैध शराब मिल रही है, वहां 2 राज्यों की सीमा है और छत्तीसगढ़ में तो 5-6 राज्यों से आने वाली अवैध शराब को रोकना होगा, जो बड़ी चुनौती है इसलिए अचानक से ये फैसला लागू करने में दिक्कत आ रही है. शराबबंदी मामले में सरकार कटिबद्ध है. इस घोषणा से सरकार पीछे नहीं हटी है, लेकिन जल्दबाजी में फैसला नहीं लिया जा सकता.