सरगुजा : प्रदेश में शराबबंदी को लेकर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं. सिंहदेव ने नशे के अन्य सामानों पर भी विचार करने की बात कही थी. लेकिन अब इस मसले पर मंत्री सिंहदेव के सुर बदलते दिखाई दे रहे हैं उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 'छत्तीसगढ़ में तंबाकू या शराब पर प्रतिबंध लगा देना उचित नहीं होगा, क्योंकि गुड़ाखू छत्तीसगढ़ के लोगों के जीवन का हिस्सा बन चुका है. ऐसे में अचानक से प्रतिबंध लगाना सही नहीं होगा'
शराबबंदी के लिए बनाई जाएगी कमेटी
- बातचीत में उन्होंने यह भी कहा कि, 'कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में नशा मुक्ति की बात कही थी, लिहाजा एक कमेटी बनाकर शासन स्तर पर इस बात की समीक्षा कराई जाएगी'
- उन्होंने कहा कि जिन प्रदेश में नशाबंदी की गई है वहां का अध्ययन किया जाएगा और यह भी देखा जाएगा कि वहां किस तरह से नशे के सामान की तस्करी को रोकने की व्यवस्था की गई है'
- सिंहदेव ने शराबबंदी और तंबाकू के सामानों को रोकने पर सोच समझकर फैसला लेने की बात कही है