सरगुजा: नए कोल खदान खोलने के विरोध में हसदेव अरण्य बचाओ संघर्ष समिति ने 14 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन आंदोलन कर रही है. इसमें ग्राम तारा में सरगुजा, सूरजपुर और कोरबा जिले के ग्रामीणों की ओर से धरना दिया गया. जमकर नारेबाजी की गई.
ये हैं मांगें
- ग्रामीणों का कहना है कि शासन ने जो नए खदान खोलने की स्वीकृति दी है, उसे तत्काल निरस्त किया जाए और कोल खदानों का विस्तार न किया जाए.
- ग्रामीणों ने खदान क्षेत्र में पेशा कानून और भूमि अधिग्रहण कानून का पालन कराने की मांग की है.
- वनाधिकार मान्यता कानून 2006 के तहत ग्रामसभा की सहमति के पूर्व वनाधिकारों की मान्यता की प्रक्रिया खत्म किए बिना दी गई वन स्वीकृति को भी निरस्त किया जाए.
- हसदेव अरण्य क्षेत्र में पतुरिया गिदमुड़ी, मदनपुर साऊथ कोल खनन परियोजनाओं को निरस्त किया जाए और खदान के विस्तार पर रोक लगाई जाए.
- हसदेव अरण्य के जंगल प्राकृतिक रूप से संपन्न हैं. इस सम्पूर्ण क्षेत्र को खनन से मुक्त रखते हुए किसी भी नए कोल ब्लॉकों का आवंटन नहीं किया जाए.
- वनाधिकार मान्यता कानून के तहत व्यक्तिगत और सामुदायिक वन संसाधन के अधिकारों को मान्यता देकर वनों का प्रबंधन ग्राम सभाओं को सौंपा जाए.
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इस आंदोलन में तीन जिलों से 15 गांव के लगभग सौ ग्रामीण एक साथ शामिल हुए हैं. वहीं ग्रामीणों को उम्मीद है की अभी लगभग 25 गांव के लोग और भी जुड़ेंगे.