सरगुजा : शहर का कोना कोना अब तीसरी आंख की निगरानी में होगा. पुलिस प्रशासन कंट्रोल रूम में बैठकर शहर में होने वाली हर छोटी से छोटी घटनाओं पर 97 प्वाइंट्स से नजर रखेगी. मंगलवार को 70 लाख रुपए से तैयार इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम ने काम करना शुरू कर दिया है. ईव टीजिंग से लेकर मोबाइल और चेन स्नेचिंग की घटनाओं पर लगाम लगाने के साथ ही चोरी की घटनाओं पर भी नकेल लगेगी. साथ ही शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने में भी मदद मिलेगी.
97 कैमरों से शहर की निगरानी: लगातार बढ़ते अपराधियों की गतिविधियों पर नजर बनाए रखने के लिए 70 लाख रुपए से अधिक की लागत से 35 चौक-चौराहों पर 97 कैमरे सरगुजा पुलिस की ओर से लगाए गए हैं. सरगुजा संभाग का मुख्यालय अंबिकापुर में बढ़ती जनसंख्या सहित बढ़ते अनके तरीकों के अपराध की रोकथाम के लिए कमर कस चुका है.
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कुछ इस तरह है कैमरों का सेटअप: सरगुजा एसपी भावना गुप्ता ने बताया कि "इंटीग्रेटेड सीसीटीवी कंट्रोल रूम का शुभारंभ किया गया है. जसमें 35 जगहों पर बुलेट कैमरा, मोटराइज्ड कैमरा, एनपीआर कैमरा सहित पैनोरमिक कैमरे लगाए गए है. इनसे अपराध नियंत्रण की दिशा में बड़ी सफलता मिलेगी. ऑप्टिकल फाइबर के द्वारा कैमरे की कनेक्टिविटी की गई है. साथ ही जिन कैमरों का उपयोग किया गया है, वे अत्याधुनिक कैमरे हैं. तेज रफ्तार गाड़ियां भी इनकी नजर से नहीं बच सकेंगी, जिससे होने वाले अपराधों की रोकथाम में महत्वपूर्ण सहयोग मिल सकेगा."
डीएमएफ मद से 71 लाख और पीएचक्यू से 8 लाख मिले: जिला प्रशासन व नगर निगम के सहयोग से इंटीग्रेटेड सीसीटीवी कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है. इसकी स्थापना के लिए के लिए मई 2022 में तत्कालीन आईजी अजय यादव ने पहल की थी. कलेक्टर कुंदन कुमार ने डीएमएफ मद से 71 लाख रुपए की स्वीकृति प्रदान की जबकि सिविल वर्क के लिए 8 लाख रुपए पुलिस मुख्यालय द्वारा प्रदान किया गया.