ETV Bharat / state

स्वास्थ्य सेवाओं को और भी बेहतर करने 'सी डैट' से अनुबंध की तैयारी कर रही राज्य सरकार - सीडैट से राज्य सरकार का अनुबंध

प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर और पारदर्शी बनाने के लिए सरकार जल्द सी डैट से अनुबंध करने की तैयारी कर रही है.

स्वास्थ्य सेवाओं को और भी बेहतर करने 'सी डैट' से अनुबंध की तैयारी कर रही राज्य सरकार
author img

By

Published : Sep 19, 2019, 7:53 AM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST

सरगुजा: प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार केंद्र की संस्था सी डैट से अनुबंध करने की तैयारी कर रही है. अनुबंध को लेकर संस्था और सरकार के बीच चर्चा चल रही है. प्रदेश में यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया गया है. इसे बेहतर और पारदर्शी बनाने के लिए सरकार जल्द अनुबंध करना चाहती है.

राज्य सरकार केंद्र की संस्था सी डैट से अनुबंध करने की तैयारी कर रही है

स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा है कि प्रदेश में फिलहाल संजीवनी 108 और महतारी 102 की सेवाएं डॉयल 112 के माध्यम से ही चल रही हैं. किसी भी घटना के बाद फोन पहले डॉयल 112 के पास जाता है और फिर वहां से वह कॉल संजीवनी और महतारी को ट्रांसफर होता है.

पढ़ें : चिटफंड मामले में अभिषेक की याचिका पर सुनवाई पूरी, फैसला सुरक्षित

6 माह के भीतर लागू होगी व्यवस्था
उन्होंने कहा कि महतारी को छोड़ दिया जाए, तो प्रदेश में डॉयल 112 की लगभग 250 और संजीवनी 108 की 300 गाड़ियां सेवाएं दे रही हैं. कई बार को-आर्डिनेशन की कमी के कारण एक ही स्थान पर संजीवनी और 112 की गाड़ियां एक साथ पहुंच जाती हैं जबकि कई स्थानों से समय पर मदद नहीं मिलने की शिकायत आती रहती है इसलिए अब हम यह प्रयास कर रहे हैं कि इस कन्फ्यूजन को दूर कर समस्या का समाधान किया जाए. इसके लिए इन्हें भी सी डैट से जोड़ने की योजना है और एमओयू होने के बाद 6 माह के भीतर ये व्यवस्था भी लागू हो जाएगी.

सरगुजा: प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार केंद्र की संस्था सी डैट से अनुबंध करने की तैयारी कर रही है. अनुबंध को लेकर संस्था और सरकार के बीच चर्चा चल रही है. प्रदेश में यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया गया है. इसे बेहतर और पारदर्शी बनाने के लिए सरकार जल्द अनुबंध करना चाहती है.

राज्य सरकार केंद्र की संस्था सी डैट से अनुबंध करने की तैयारी कर रही है

स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा है कि प्रदेश में फिलहाल संजीवनी 108 और महतारी 102 की सेवाएं डॉयल 112 के माध्यम से ही चल रही हैं. किसी भी घटना के बाद फोन पहले डॉयल 112 के पास जाता है और फिर वहां से वह कॉल संजीवनी और महतारी को ट्रांसफर होता है.

पढ़ें : चिटफंड मामले में अभिषेक की याचिका पर सुनवाई पूरी, फैसला सुरक्षित

6 माह के भीतर लागू होगी व्यवस्था
उन्होंने कहा कि महतारी को छोड़ दिया जाए, तो प्रदेश में डॉयल 112 की लगभग 250 और संजीवनी 108 की 300 गाड़ियां सेवाएं दे रही हैं. कई बार को-आर्डिनेशन की कमी के कारण एक ही स्थान पर संजीवनी और 112 की गाड़ियां एक साथ पहुंच जाती हैं जबकि कई स्थानों से समय पर मदद नहीं मिलने की शिकायत आती रहती है इसलिए अब हम यह प्रयास कर रहे हैं कि इस कन्फ्यूजन को दूर कर समस्या का समाधान किया जाए. इसके लिए इन्हें भी सी डैट से जोड़ने की योजना है और एमओयू होने के बाद 6 माह के भीतर ये व्यवस्था भी लागू हो जाएगी.

Intro:सरगुजा : प्रदेश में अब स्वास्थ्य की सभी सुविधाएं ऑनलाइन होनेवाली है। स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर व पारदर्शी बनाने के लिए राज्य शासन द्वारा केंद्र की संस्था सी डैट से अनुबंध करने जा रही है। अनुबंध को लेकर संस्था से चर्चा चल रही है और उम्मीद है कि जल्द ही प्रक्रिया को पूर्ण कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। प्रदेश में यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया गया है। इसके साथ ही अब सरकार द्वारा अब केंद्र की संस्था सी डैट नामक संस्था से अनुबंध करने के लिए लगातार चर्चा कर रही है यह व्यवस्था कई राज्यों में लागू है और उम्मीद है कि जल्द ही हम इस प्रक्रिया को पूर्ण कर लेंगे।


स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में दशकों से चली आ रही परम्परा को बिना तोड़फोड़ किए सभी को साथ लेकर एक व्यवस्था बनाने की कोशिश की जा रही है। हम डॉक्टरों पर ज्यादा दबाव भी नहीं बना सकते है। इस लिए सभी का सहयोग लेकर चल रहे है। जो कमियां है उन्हें दूर करने और व्यवस्था को बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है और उम्मीद है कि उसमें सफलता मिलेगी।


Body:मंत्री टी एस सिंहदेव ने कहा है कि प्रदेश के 11 जिलों में फिलहाल संजीवनी 108 व महतारी 102 की सेवाएं भी डॉयल 112 के माध्यम से ही संचालित हो रही है। किसी भी घटना के बाद फोन पहले डॉयल 112 के पास जाता है और फिर वहां से वह कॉल संजीवनी व महतारी को ट्रांसफर को ट्रांसफर होता है। महतारी को छोड़ दिया जाए तो प्रदेश में डॉयल 112 की लगभग 250 व संजीवनी 108 की 300 गाड़ियां है। कई बार कोआर्डिनेशन की कमी के कारण एक ही स्थान पर संजीवनी व डॉयल 112 की गाड़ियां पहुंच जाती है जबकि कई स्थानों से समय पर मदद नहीं मिलने की शिकायत आती रहती है। इस लिए अब हम यह प्रयास कर रहे है कि इस कन्फ्यूजन को दूर कर समस्या का समाधान किया जाए। इसके लिए इन्हे भी सी डैट से जोड़ने की योजना है और एमओयू होने के बाद 6 महीने के भीतर ये व्यवस्था भी लागू हो जाएगी।

बाईट01_टी एस सिंहदेव (स्वास्थ्य मंत्री)

देश दीपक सरगुजाConclusion:
Last Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.