अंबिकापुर: कोरोना महामारी के इस दौर में गर्भवती महिलाएं भी कोरोना वायरस से संक्रमित हो रही है. राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में ऐसे मामले सामने आये हैं, जहां गर्भवती महिलाओं को भी संक्रमण हुआ है और महिलाओं से उनके नवजात बच्चों को भी संक्रमण पहुंचा है. ऐसी गर्भवती महिलाएं जो कोरोना वायरस की शिकार हुई है उनके लिए अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने अलग से व्यवस्थाएं की हैं. अंबिकापुर में बने कोविड अस्पताल में अलग से प्रसव कक्ष व ऑपरेशन थियेटर बनाया गया है, जिसमे कोरोना पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं का प्रसव कराया जा रहा है.
प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामले
देश में कोरोना वायरस की शुरुआत हुए लगभग 6 महीने हो चुके है, कोरोना से छुटकारा तो दूर अब हालात ये हो गए है कि दिनों-दिन प्रदेश में कोरोना के केस बढ़ते ही जा रहे है. इसके साथ ही अब मौतों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है. कोरोना वायरस ने किसी को भी नहीं छोड़ा है. बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं सब इसकी चपेट में आ चुके हैं. हालांकि विशेषज्ञ डॉक्टर्स का कहना है कि ऐसे लोग जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है उन्हें कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा खतरा है इनमें छोटे बच्चे, बुजुर्ग, ऐसे व्यक्ति जिन्हें पहले से कोई बीमारी हो और गर्भवती महिलाएं शामिल है.
कोरोना पॉजिटिव महिला का सुरक्षित प्रसव
फिलहाल अंबिकापुर के कोविड अस्पताल में एक कोरोना पॉजिटिव महिला का सुरक्षित प्रसव कराया गया है. बलरामपुर जिले में गर्भवती महिला की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया जहां डॉक्टरों की टीम ने महिला का प्रसव कराया और प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा दोनों ही स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं.
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गर्भवती महिलाओं के प्रसव व ऑपरेशन के लिए अलग कक्ष
इस सम्बन्ध में मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ लखन सिंह बताते हैं की कोविड अस्पताल के निर्माण के समय ही वहां पर अलग से गर्भवती महिलाओं के प्रसव व ऑपरेशन के लिए अलग से कक्ष व ऑपरेशन थियेटर का निर्माण करा लिया गया था, फिलहाल एक कोरोना संक्रमित महिला का प्रसव यहां हुआ है, लेकिन नवजात शिशु को माँ के साथ ही रखना अनिवार्य है इसलिए बच्चे को उसी वॉर्ड में मां के साथ रखा जाता है. हालांकि नवजात में कोरोना संक्रमण का मामला नहीं आया है फिर भी नवजात शिशुओं के कोरोना संक्रमित होने की स्थिति में उनके भी अलग से इलाज की व्यवस्था की जा रही है, जल्द ही कोविड अस्पताल में नवजात बच्चों के लिए भी अलग से व्यवस्था शुरू हो सकेगी.
स्पेशल वॉर्ड में माइक और कैमरे भी
इतना ही नहीं इन वॉर्डो में माइक और कैमरे भी लगवाए गए हैं जिससे अधीक्षक अपने कक्ष में बैठकर पूरे कोविड वार्ड की निगरानी करते हैं, और डयूटी डॉक्टर्स से भी वो इसी कम्युनिकेशन के जरिए चर्चा भी करते हैं, दरअसल कोविड वॉर्ड के अंदर ड्यूटी करने वाले हर शख्स को PPE किट पहनना होता है और ऐसे में मोबाइल फोन रिसीव कर पाना उनके लिये संभव नहीं होता है, लिहाजा प्रबंधन ने CCTV और माइक के माध्यम से कोविड अस्पताल में ड्यूटी कर रहे डॉक्टर्स से संपर्क बनाए रखने का जरिया बनाया है.