ETV Bharat / state

सरगुजा: वीरता का लोहा मनवाने वाली कांति का दिल्ली में होगा सम्मान

सरगुजा के सात साल की कांति को उसकी बहादुरी के लिए गणतंत्र दिवस के दिन वीरता पुरस्कार से नवाजा जाएगा.

कांति
कांति
author img

By

Published : Jan 25, 2020, 12:01 AM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST

सरगुजा: देश के बहादुर बच्चों को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 26 जनवरी के दिन वीरता पुरस्कार से नवाजेंगे. इसमें छत्तीसगढ़ के सरगुजा की रहने वाली कांति का नाम भी शामिल है. कांति मात्र सात साल की है, लेकिन उसकी बहादुरी के चर्चे पूरे गांव में है. कांति ने अपनी बहादुरी से न केवल अपनी बहन की जान बचाई बल्कि प्रदेश का नाम भी रोशन किया है.

कांति को दिल्ली में मिलेगा सम्मान

उदयपुर विकासखंड के कई गांव हाथी प्रभावित क्षेत्र में बसे हैं. इनमें से मोहनपुर गांव भी हाथियों के विचरण क्षेत्र के नजदीक बसा है. 17 जुलाई 2018 को हाथियों का दल मोहनपुर जंगल से निकलकर बस्ती के नजदीक पहुंच गया था. इस दौरान कांति का पूरा परिवार हाथी के डर से दूसरे रास्ते से बाहर निकल गए, लेकिन जल्दबाजी और दहशत में माता-पिता घर में मौजूद तीन साल की मासूम बालिका सोनिया को बाहर ले जाना भूल गए. जिसके बाद कांती ने अपनी सूझ-बूझ के साथ अपनी छोटी बहन को घर से सुरक्षित बाहर निकाला.

जिला शिक्षा अधकारी ने बताया कि कांती के इस सराहनीय काम के लिए पूरा गांव उसकी तारीफ कर रहा है. छोटी सी बच्ची ने हाथियों के बीच से अपने बहन को बचाया. उन्होंने कहा कि ये हमारे लिए गौरव की बात है कि हमारे गांव की इस छोटी सी बच्ची को दिल्ली में वीरता का पुरस्कार से नवाजा जाएगा.

सरगुजा: देश के बहादुर बच्चों को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 26 जनवरी के दिन वीरता पुरस्कार से नवाजेंगे. इसमें छत्तीसगढ़ के सरगुजा की रहने वाली कांति का नाम भी शामिल है. कांति मात्र सात साल की है, लेकिन उसकी बहादुरी के चर्चे पूरे गांव में है. कांति ने अपनी बहादुरी से न केवल अपनी बहन की जान बचाई बल्कि प्रदेश का नाम भी रोशन किया है.

कांति को दिल्ली में मिलेगा सम्मान

उदयपुर विकासखंड के कई गांव हाथी प्रभावित क्षेत्र में बसे हैं. इनमें से मोहनपुर गांव भी हाथियों के विचरण क्षेत्र के नजदीक बसा है. 17 जुलाई 2018 को हाथियों का दल मोहनपुर जंगल से निकलकर बस्ती के नजदीक पहुंच गया था. इस दौरान कांति का पूरा परिवार हाथी के डर से दूसरे रास्ते से बाहर निकल गए, लेकिन जल्दबाजी और दहशत में माता-पिता घर में मौजूद तीन साल की मासूम बालिका सोनिया को बाहर ले जाना भूल गए. जिसके बाद कांती ने अपनी सूझ-बूझ के साथ अपनी छोटी बहन को घर से सुरक्षित बाहर निकाला.

जिला शिक्षा अधकारी ने बताया कि कांती के इस सराहनीय काम के लिए पूरा गांव उसकी तारीफ कर रहा है. छोटी सी बच्ची ने हाथियों के बीच से अपने बहन को बचाया. उन्होंने कहा कि ये हमारे लिए गौरव की बात है कि हमारे गांव की इस छोटी सी बच्ची को दिल्ली में वीरता का पुरस्कार से नवाजा जाएगा.

Intro:
सरगुजा : जिले के उदयपुर विकासखंड के हाथी प्रभावित मोहनपुर गांव में तीन साल की मासूम बहन को हाथियों से बचाने के लिए जान की बाजी लगाने वाली सात साल की कांति को वीरता के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा जाएगा...गणतंत्र दिवस के अवसर पर यह पुरस्कार दिल्ली में  दिया जाएगा..


सरगुजा जिले के  उदयपुर विकासखंड के कई गांव हाथी प्रभावित क्षेत्र में बसे है... इनमें से मोहनपुर गांव भी हाथियों के विचरण क्षेत्र के नजदीक बसा है। बीते 17 जुलाई 2018 को हाथियों का दल मोहनपुर जंगल से निकलकर बस्ती के नजदीक पहुंच गया था... मोहनपुर के भंवरापारा में प्रवेश करते ही हाथियों ने घरों को क्षतिग्रस्त करना शुरू कर दिया था... घर के सामने का हिस्सा तोड़ते हुए पीछे दरवाजे को तोड़कर बाड़ी में प्रवेश किया था... तीन हाथी बाड़ी में लगे मक्का व दूसरी फसलों को बर्बाद करने में लगे थे... इसी दौरान कांति का  परिवार  दूसरे रास्ते से बाहर निकल गए जल्दबाजी और दहशत के बीच हड़बड़ी में परिवार के माता-पिता  घर में मौजूद तीन साल की मासूम बालिका सोनिया को बाहर साथ ले जाना भूल गए...जिसके बाद कांति ने इस अदम्य साहस  का परिचय देते हुए अपनी बहन के साथ बाहर निकलने में सफल हो पाई थी... 





Body:इधर जिले के जिला शिक्षा अधकारी ने बताया की यह सहरानीय का काम बच्ची ने किया है और ये काबिले तारीफ है की छोटी सी बच्ची ने हाथियों के बीच से अपने बहन को बचाते हुए निकल गई...इसके बाद अपनी और बहन की जान बचा पाई...ये हमारे लिए गौरव की बात है की इस बच्ची को गणतंत्र दिवस के दिल्ली में वीरता का पुरुष्कार दिया जायेगा...Conclusion:बहरहाल यह घटना  अगले दिन सुबह कांति के अदम्य साहस की खबर मोहनपुर गांव से निकलकर लखनपुर व उदयपुर तक पहुंच गई थी...इस बहादुर कांति  को गणतंत्र दिवस के मौके पर वीरता पुरस्कार से नवाजा जाएगा...कांति को राष्ट्रीय वीरता सम्मान पुरुष्कार  से राज्य बाल कल्याण परिषद के समिति की अनुशंसा पर इन बहादुर बच्ची को  राष्ट्रपति के हाथो पुरुस्कृत किया जाएगा।


 बाईट01_विनोद सिंह पैकरा_कांति के पिता 

बाईट02_किशुन _कांति की माँ  

बाईट03_कांति सिंह_अवॉर्ड पाने वाली छात्रा 

बाईट04_आई पी गुप्ता (जिला शिक्षा अधिकारी सरगुजा) 
Last Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.