सरगुजा : राज्य सरकार के निर्देश पर दूसरे राज्यों और जिलों से सरगुजा आने वाले मजदूरों और लोगों को 14 दिनों तक क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखने के लिए जिला और जनपद स्तर पर तैयारी की जा रही है.
कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने बाहर से आने वाले मजदूरों और लोगों के समुचित स्वास्थ्य परीक्षण के निर्देश दिए हैं. कलेक्टर ने सरगुजा पहुंचने वाले लोगों को सबसे पहले अंबिकापुर के बिशुनपुर स्थित राहत शिविर में लाए जाने के निर्देश दिए हैं. वहीं ICMR (इंडियन कॉन्सिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) और स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन के मुताबिक मेडिकल जांच करने के निर्देश दिए हैं.
कलेक्टर ने बताया कि राहत शिविर में स्वास्थ्य परीक्षण के बाद मजदूरों को संबंधित जनपद पंचायतों में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर में 14 दिन के लिए आइसोलेशन में रखा जाएगा. कलेक्टर डॉ. मित्तर ने दूसरे राज्यों और जिलों से आने वाले लोगों के लिए बिशुनपुर राहत शिविर में इंतजाम कराया है. वहीं जनपद पंचायतों में स्थापित क्वॉरेंटाइन सेन्टर में व्यवस्था किए जाने के लिए अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है.
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जारी आदेशानुसार इन्हें मिली ये जिम्मेदारी-
- अनुविभागीय दण्डाधिकारी अंबिकापुर अजय त्रिपाठी और नगर पालिक निगम आयुक्त हरीश मंडावी को नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी दी गई है.
- मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पीएस सिसोदिया को राहत शिविर बिशुनपुर में रुके हुए सभी लोगों के मेडिकल जांच की जिम्मेदारी दी गई है.
- गाइडलाइन के तहत मेडिकल जांच की जिम्मेदारी तहसीलदार और जनपद पंचायत के CEO को दी गई है.
- तहसीलदार और जनपद पंचायत CEO को क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में सभी लोगों के रहने-खाने और दूसरी जरूरतों की पूरी व्यवस्था करने की जिम्मेदारी दी गई है.