सरगुज़ा : मंगलवार की दोपहर एक बुजुर्ग ने ऑफिसर क्लब के मुख्य द्वार पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. बड़ी बात यह है कि दिन दहाड़े हुई इस घटना की भनक किसी को नहीं लग सकी. जब लोगों ने गेट पर फांसी में झूलता शव देखा तो उनके होश उड़ गए. घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम द्वारा शव को पंचनामा के बाद मर्च्युरी में रखवा दिया है.
मृतक की पहचान कुसमी क्षेत्र के खोने तिर्की के रूप में की गई है, जो पिछले पांच-छह महीनों से लापता था. फिलहाल पुलिस मृतक के परिजन के आने का इंतजार कर रही है. बताया जा रहा है कि, दोपहर लगभग दो बजे एक बुजुर्ग युवक पैदल ही ऑफिसर बंगले के समीप पहुंचा था. इस दौरान बुजुर्ग ने अपने पास रखे एक झोले को गेट के बाहर रखा और फिर चप्पल उतारकर अपने पास रखे गमछे से क्लब के लोहे के गेट में फंदा लगाकर फांसी लगा ली.
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बुजुर्ग कुसमी का रहने वाला था
बुजुर्ग जब इस खौफनाक कदम को अंजाम दे रहा था, उस दौरान किसी की भी नजर उसपर नहीं पड़ी. लेकिन कुछ समय बाद जब लोगों की नजर अचानक ऑफिसर क्लब के गेट से झूलते शव पर पड़ी तो उनके होश उड़ गए. लोगों की ओर से तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी गई. घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस की ओर से लाश के पास मौजूद झोले की जांच की गई तो, उसमें से एक आईडी कार्ड मिला. पुलिस ने जब बलरामपुर जिले के कुसमी पुलिस से सम्पर्क किया तो मृतक की प्रारंभिक पहचान कुसमी के गजाधरपुर उल्टापारा निवासी खोने तिर्की के रूप में की गई है.
आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं
पुलिस के अनुसार खोने तिर्की पिछले 5 से 6 महीने से लापता था और उसके गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी. पुलिस और परिजन उसकी तलाश कर रहे थे. पुलिस के अनुसार खोने मानसिक रूप से कमजोर था और बिना बताए ही घर से निकल गया था. पुलिस को मृतक के झोले से कपड़े और जैकेट मिला है. लेकिन यह वृद्ध यहां तक कैसे पंहुचा और उसने आत्महत्या क्यों की इसका पता नहीं चल सका है. मृतक का हुलिया देखकर पुलिस फिलहाल यह पुष्ट नहीं कर पाई है कि उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं थी. ऐसे में उसने आत्महत्या क्यों की यह जांच के बाद पता चल सकेगा. फिलहाल पुलिस ने शव को मर्च्युरी में रखवा दिया है और मृतक के परिजन के आने का इन्तजार किया जा रहा है.