सरगुजा : उदयपुर ब्लॉक में स्थित रामगढ़ में दो दिवसीय साहित्यिक एवं सांस्कृतिक आयोजन किया गया. 'आषाढ़स्य प्रथम दिवसे' के नाम से रामगढ़ 2019 कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में जिले के प्रभारी मंत्री टीएस सिंहदेव शामिल हुए.
कार्यक्रम में शामिल हुए सिंहदेव ने सबसे पहले महाकवि कालिदास की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. सिंहदेव ने कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आनंद उठाया, जिसके बाद सिंहदेव ने रामगढ़ महोत्सव का महत्व भी बताया.
दरअसल, पिछले 40 सालों से हर साल आषाढ़ महीने के पहले दिन रामगढ़ महोत्सव का आयोजन किया जाता है. आयोजन में साहित्यिक गतिविधियों को प्रमुखता दी जाती है. रामगढ़ को राम वन गमन के समय राम के रुकने का स्थान माना जाता है, साथ ही यहां बनी नाट्यशाला को एशिया की सबसे बड़ी नाट्यशाला माना जाता है.
कवि कालिदास के महाकाव्य मेघदूतम में रामगढ़ पर्वत का स्वरूप मिलता है, जिससे ये माना जाता है की मेघदूतम की रचना स्थली भी यही है, लिहाजा नाट्य, कला और साहित्य के प्रमुख केंद्र के रूप में माने जाने की वजह से रामगढ़ महोत्सव की अपनी विशेषता है.
बहरहाल रामगढ़ में नाट्य विश्वविद्यालय खोलने और इसके जीर्णोद्धार की बातें भी उठती हैं, इधर कार्यक्रम में पहुंचे मंत्री टी एस सिंह भी रामगढ़ के विराट स्वरूप और इतिहास को मानते हैं और समय के साथ इसके संरक्षण में पहल करने की बात कह रहे हैं.