सरगुजा : देश में सत्ता की चाभी राम नाम पर टिक गई है. भाजपा हो या कांग्रेस सबको राम का ही आसरा है. 90 के दशक में राम और राम जन्मभूमि पर भाजपा ने लोगों को एकत्र किया और धीरे धीरे हिंदुत्व का सहारा लेकर बड़े बहुमत से देश मे सत्ता में आई. अब कांग्रेस भी छत्तीसगढ़ में राम भरोसे ही नजर आ रही है. पूरी सरकार भगवान राम की शरण में नजर आ रही है. राम वनगमन परिपथ हो या अंतरराष्ट्रीय रामायण प्रतियोगिता, हर अवसर पर कांग्रेस राम भक्त होने का प्रमाण दे रही है. अब छत्तीसगढ़ के ट्राइबल और एजुकेशन मिनिस्टर प्रेमसाय सिंह टेकाम ने राम भक्त हनुमान जी का साथ कांग्रेस के साथ होने की बात कही है.
प्रधानमंत्री को हनुमान जी ने दी पटकनी: स्कूल एजुकेशन मिनिस्टर डॉ प्रेमसाय सिंह टेकाम शनिवार को मेरिट में आए बच्चों को ज्वाॅय राइडिंग करा रहे थे. इस दौरान प्रेमसाय सिंह टेकाम बच्चों को लेकर अम्बिकपुर पहुंचे. यहां उन्होंने मीडिया के सवालों के जवाब देते हुए कहा "राम का नाम लेकर भाजपा चुनाव लड़ती है. जो निर्मल रहता है राम उनका साथ देते हैं, जैसे कर्नाटक में कांग्रेस का साथ दिया. प्रधानमंत्री जी कर्नाटक में गदा लेकर घूम रहे थे कि हनुमान जी हमारे साथ हैं. मगर उनको ऐसी पटकनी दी कि नानी याद आ गई. यहां भी हनुमान जी साथ देंगे."
कांग्रेस को भी राम का सहारा: मंत्री प्रेमसाय का कहने का मतलब ये था कि कर्नाटक में हनुमानजी जी ने ही भाजपा को पटकनी दी है. अब हनुमानजी छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस का साथ देंगे. यह बयान उन्होंने मीडिया के सवाल के जवाब में दिया है. कांग्रेस नेताओं के तौर तरीके और उनके बयानों से एक बात तो तय है कि सिर्फ भजपा ही नही बल्कि अब कांग्रेस को भी सत्ता में आने के लिए भगवान राम का ही सहारा है. अब देखना यह होगा कि छत्तीसगढ़ में इस बार के विधानसभा चुनाव और 2024 में देश के आम चुनाव में भगवान राम और हनुमान जी किसका साथ देते हैं.