सरगुजाः सरकारी अस्पतालों में अव्यवस्था और लापरवाही हमेशा देखने को मिलती है, लेकिन सरगुजा जिले दो प्रथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अच्छी क्वालिटी की वजह से चर्चा में है. सरकारी अस्पताल सेवाओं की क्वालिटी में देश के सबसे बड़े क्वालिटी टेस्ट में अपनी जगह बनाई है. जिले के लुंड्रा और रघुनाथपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में देश का सबसे बड़ा पुरस्कार मिला है. इन दोनों स्वास्थ्य केन्द्रों को एनक्यूएएस सर्टीफिकेस्ट से सम्मानित किया गया है.
एनक्यूएएस फॉर्म वर्ष 2020 के लिए मिला सम्मान
केंद्र सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की सर्वे कराया था. इसके लिए नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेशन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. एनक्यूएएस राष्ट्रीय स्तर पर शासकीय अस्पतालों के गुणवत्ता और स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर जांच की गई. एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन के लिए सरगुजा जिले से लुंड्रा और रघुनाथपुर पीएचसी क्वालीफाई करने में सफल रहे. इन दोनों स्वास्थ्य केंद्रों ने एनक्यूएएस के लिए फॉर्म वर्ष 2020 में भरा था.
वर्चुअल निरीक्षण कर लिया गया फैसला
लुंड्रा बीएमओ डॉ. इमरान ने बताया कि कोरोना काल शुरू होने के कारण केंद्रीय टीम का निरीक्षण टल गया था. बढ़ते संक्रमण को देखते हुए एनक्यूएएस के केंद्रीय टीम ने दोनों ही स्वास्थ्य केंद्रों का वर्चुअल निरीक्षण किया था. केंद्रीय टीम ने 19 फरवरी को रघुनाथपुर पीएचसी का निरीक्षण किया था. रघुनाथपुर में हरियाणा से ऑब्जर्वर के साथ यूपी और तमिलनाडु से एसेसर ने निरीक्षण किया था. जबकि लुंड्रा पीएचसी का निरीक्षण 22 फरवरी को मणिपुर की ऑब्जर्वर के साथ ही केरला और पंजाब के एसेसर ने निरीक्षण किया था.
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इनको जाता है श्रेय
लुंड्रा बीएमओ डॉ. इमरान ने कहा कि जिले में मौजूद स्वास्थ्य अधिकारियों के कड़ी मेहनत से यह सफलता मिली है. मेडिकल ऑफिसर की विशेष रूचि होने से इन्हें अच्छा निर्माण मिल पाया है. उन्होंने बताया कि क्वालिटी कंसल्टेंट डॉ. अशरफ, रघुनाथपुर मेडिकल ऑफिसर डॉ. रहेला समरीन ने पीएचसी में काया कल्प करने में सहयोग किया है. आयुष्मान भारत और खूबचंद बघेल योजना के तहत मिलने वाली राशि से यहां सुधार कार्य कराए गए हैं. जिसकी बदौलत ही यह सफलता मिल सकी है. उन्होंने इसका श्रेय स्वास्थ्य विभाग के पूरी टीम को दिया है.
ऐसे होता है सर्टिफिकेशन
एनक्यूएएस के लिए शासन के बनाए गए मापदंड के आधार पर संबंधित अस्पताल को पंजीयन कराया जाता है. आवेदन करते समय अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी दी जाती है. इसके बाद नेशनल टीम संबंधित संस्थान का निरीक्षण करते हैं. टीम वहां मौजूद सुविधाओं की जांच करती है. मापदंड पर सही उतरने पर संस्था को एनक्यूएएस का सर्टिफिकेट से सम्मानित किया जाता है.
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इन सुविधाओं के कारण मिला अवार्ड
लुंड्रा और रघुनाथपुर पीएचसी को बेहतर कार्य और अच्छे स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए सम्मानित किया गया है. स्वास्थ्य केन्द्र के विस्तार कार्य के लिए यह अवार्ड मिले हैं. बताया जा रहा है कि, पूरे संभाग में सिर्फ इन दोनों केंद्रों में मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी के तहत गर्भपात की सुविधा मौजूद है. इसके साथ ही यहां आयुष्मान कार्ड से उपचार किया जाता है. लुंड्रा के 10 बेड का पीएचसी है. वहीं रघुनाथपुर में 9 बेड का पीएचसी बनाया गया है. यहां प्रसव, टीकाकरण, मोतियाबिंद के ऑपरेशन के साथ ही गर्भवती महिलाओं के ब्लड टेस्ट की सुविधा मौजूद है.