सरगुजा: वर्ष 2022 अब खत्म हो रहा है और नया वर्ष 2023 आने वाला है. ऐसे में बीते वर्ष में सरगुजा में हुई बड़ी घटनाओं की जानकारी हम आप तक लाये हैं. big incidents of ambikapur in 2022 स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव के रिश्तेदार वीरभद्र सिंहदेव की ट्रेन से गिरकर मौत,टी एस सिंहदेव ने पंचायत विभाग के मंत्री पद से इस्तीफा, इस साल 3 भूकंप, सरगुजा में सूखा बड़ी घटनाएं थीं. इसके आलावा अन्य बड़े हादसे और घटनाक्रम रहे हैं, जिन्होंने बीते वर्ष में लोगों को खासा प्रभावित किए हैं. ambikapur latest news
- वीरभद्र सिंहदेव की मौत: 11 अगस्त की रात छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव के रिश्तेदार वीरभद्र सिंहदेव की ट्रेन से गिरकर मौत हो गई थी. धौरपुर के राजा वीरभद्र सिंह को सचिन के नाम से जाना जाता है. सचिन 11 अगस्त को ट्रेन से रायपुर से अंबिकापुर जा रहे थे. तब बिलासपुर जिले के बेलगहना के पास ये हादसा हुआ है. जिसमे सचिन की मौत हो गई थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है. लेकिन पुलिस अब तक इस मामले में किसी निष्कर्ष तक नही पहुंची है. परिजनो ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की है लेकिन अब तक कोई जांच दल नही बनाया गया है. chhattisgarh year ender 2022
- टीएस सिंहदेव का पंचायत विभाग से इस्तीफा: इस वर्ष 16 जुलाई को छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य एवं पंचायत मंत्री टी एस सिंहदेव ने पंचायत विभाग के मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. टी एस सिंहदेव ने अपना इस्तीफा पंचायत विभाग से दिया था. उन्होंने सीएम को इस्तीफा भेजा था जिसके बाद प्रदेश के सियासी हलकों में अटकलों का बाजार गर्म हो गया था. सूत्रों के मुताबिक टीएस सिंह देव इस बात से नाराज थे कि उनके आदेश का पालन विभाग में नहीं हो रहा है. सिंहदेव ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से इस्तीफा सौंप दिया था जिसके बाद टीएस सिंहदेव के पास अब लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, बीससूत्रीय, वाणिज्यिक कर (जीएसटी) का प्रभार है. Ambikapur Year ender 2022
- सरगुजा संभाग में इस आये साल 3 भूकंप: सरगुजा संभाग में इस वर्ष 3 बार भूकंप के झटके महसूस किये गये. पहला 11 जुलाई को संभाग के कोरिया जिले में भूकंप झटके महसूस किए गए. बैकुंठपुर में भूकंप का रिएक्टर पैमाना में 4.3 आंका गया था. लेटस्ट्यूट 23.36, अक्षास, देशांतर 82.44 पर भूकम्प आया था. दूसरा 30 जुलाई को भी छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग के कोरिया जिले के चरचा में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. चरचा में रात को भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. चरचा कालरी क्षेत्र में रात 12.58 बजे भूकंप के झटके आए थे. रात में महज 2 सेकेंड के इस झटके का एहसास ज्यादातर लोगों को नहीं हुआ था. तीसरा 4 अगस्त को सुबह करीब 11 बजकर 56 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए. सरगुजा के संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर और उदयपुर के साथ सूरजपुर, कोरिया जिले में भी कुछ जगहों पर भूकंप का झटका लगा. 3 से 4 सेकेंड के लिए भूकंप के झटके महसूस किए गए थे.
- सरगुजा में न्यूनतम वर्षा से सूखा: इस वर्ष मानसून के प्रारम्भ से ही सरगुजा जिला न्यूनतम वर्षा क्षेत्र रहा. 11 सितम्बर की स्थिति में भी पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में सरगुजा लगातार न्यूनतम वर्षा का क्षेत्र बना हुआ था. यहां अभी सामान्य औसत से 52 फीसद कम वर्षा दर्ज की गई थी. समूचे सरगुजा जिला में 11 सितम्बर की स्थिति में औसत 1112 मिमी की तुलना में महज 536.3 मिमी वर्षा हुई थी. किसानों के खेती भी सूख गए थे. सिंचाई का प्रबंध ना होने से ज्यादातर किसानों के धान की फसल या तो बर्बाद हो गई या तो उत्पादन बेहद कम हुआ.
- पेड़ों की कटाई के खिलाफ आंदोलन को सिंहदेव का समर्थन: छत्तीसगढ़ में सरगुजा जिले के उदयपुर क्षेत्र में कोयला खदान के नाम पर हसदेव अरण्य के जंगलों की बेतहाशा कटाई की गई. सैकड़ों पुलिस बल की मौजूदगी में हजारों पेड़ काट दिए गए. उदयपुर वन परिक्षेत्र में पेंड्रामार, घाटबर्रा जंगल जाने वाले हर रास्ते पर पुलिस बल तैनात कर किसी को जंगल के अंदर नहीं जाने दिया जा रहा था और अंदर पेट्रोल से चलने वाली इलेक्ट्रिक आरा मशीन से पेड़ो को लगातार काटा जा रहा था. अब तक 43 हेक्टेयर के 8000 पेड़ काटे जा चुके हैं. छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्री और स्थानीय विधायक टी एस सिंहदेव आंदोलनकारियों के समर्थन में घटबर्रा पहुंचे थे. यहां सिंहदेव ने ग्रामीणों के आंदोलन को समर्थन दिया था और कहा था अगर जबरन पेड़ काटे जायेंगे और गोली चलने की नौबत आई तो मेरा सीना सबसे आगे होगा.
- अंबिकापुर अस्पताल में 4 नवजात की मौत: अंबिकापुर स्थित राजमाता देवेन्द्रकुमारी सिंहदेव चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध अस्पताल के SNCU में 5 दिसम्बर को 4 नवजात बच्चों की मौत हो गई थी. मौत के बाद मचे बवाल के बीच स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव व स्वास्थ्य सचिव आर प्रसन्न अम्बिकापुर पहुंचे थे. मंत्री ने मामले की जांच के निर्देश दिए थे. जांच रिपोर्ट आने के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने कार्रवाई की अनुशंसा कर दी और दो डाक्टर अस्पताल अधीक्षक समेत विभाग प्रमुख पर भी कार्रवाई की गई.