सरगुजा: मैनपाट महोत्सव विवादों का गढ़ बन चुका है. अव्यवस्थाएं इतनी की अनियंत्रित भीड़ पर पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ गया. नतीजन अफरातफरी में महिलाएं भी घायल हो गई. एक ओर सरगुजा कलेक्टर ये आदेश जारी करते हैं कि महोत्सव में नशे में वाहन चलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी तो दूसरी ओर मैनपाट महोत्सव में खुलेआम अवैध बार का संचालन किया जा रहा है. सब कुछ प्रशासन की आंख के सामने हो रहा है. कलेक्टर का कहना है कि ऐसा कुछ नहीं है, यदि कोई शराब बेचता है तो कार्रवाई की जाएगी.
यहां शराब प्रेमियों के लिए एक नहीं दो-दो अवैध बार खोले गए हैं. जहां बकायदा नामी-गिरामी शराब कंपनियों की शराब बेची और पिलाई जा रही है. अंबिकापुर से मैनपाट पहुंचते ही मुख्य मार्ग पर बाएं तरफ एक बार संचालित है. कलेक्टर संजीव कुमार झा का कहना है कि बार का लाइसेंस नहीं दिया गया है.
मैनपाट महोत्सव में विवाद से नाराज हुए कलाकार खेसारी लाल
बार के संचालन से उठे कई सवाल
मैनपाट महोत्सव में जिला प्रशासन और संस्कृति विभाग के द्वारा करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाया जा रहा है. ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि मैनपाट को पर्यटन के क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल सके, लेकिन मैनपाट में खुलेआम अवैध बार का संचालन इस ओर इशारा कर रहा है कि सरकार किसे प्रोत्साहित करने में लगी हुई है. महोत्सव में मुख्यमंत्री से लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारी मंत्री शुक्रवार को मैनपाट महोत्सव में उपस्थित थे. ऐसे स्थान पर अवैध बार का संचालन होना कई सवाल खड़ा कर रहा है ?