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गरीबों के हक पर डाका, पीएम आवास योजना में घोटाला - पीड़ित कोरवा जनजाति

सरगुजा के दूरस्थ वनांचल में बसे राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले कोरवा जनजाति के लोगों ने पीएम आवास योजना में पंचायत सचिव द्वारा घोटाला करने का आरोप लगाया है.

सरगुजाःपीएम आवास योजना में घोटाला
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Published : Sep 18, 2019, 2:20 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST

सरगुजाः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 20 नवंबर 2016 को आगरा से प्रधानमंत्री आवास योजना का शुभारंभ किया गया था, जिसका उद्देश्य ग्रामीण इलाके में लोगों को गुणवत्तायुक्त पक्का मकान बना कर दिया जाना है. लेकिन उदयपुर विकासखंड के अंतर्गत आने वाले दूरस्थ वनांचल में बसे बनकेसमा पंचायत में आवास की जगह लोगों के अरमानों पर पानी फेरने का काम बखूबी किया जा रहा है. ग्रामीणों का आरोप है कि, प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी उनके शिकायतों को अनसुना कर रहे हैं.

वीडियो.

लोगों के सपने अधूरे
जिले के ग्राम पंचायत केसमा के आश्रित ग्राम बनकेसमा,लालपुर और डेवापारा बस्ती में वर्षों से पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोग रहते हैं. घास-फूस से बने कच्चे मकानों में रहने वाले इन ग्रामीणों में भी पीएम आवास की घोषणा के बाद पक्के मकान के लिए उम्मीद जगी, लेकिन योजना को आए तीन साल बीत जाने के बाद भी करीब 2 दर्जन से अधिक कोरवा जनजाति के लोगों का पक्के मकान का सपना अधूरा है.

गबन का आरोप
ग्रामीणों के लिए मकान बनवाने का काम केसमा पंचायत के सचिव कामेश्वर के जिम्मे है, लेकिन पीड़ित ग्रामीणों का आरोप है कि योजना के लिए स्वीकृत राशि को सचिव द्वारा निकाल लेने के बाद भी मकान नहीं बन पाया या फिर नींव खोदकर छोड़ा गया है. कुछ मकान के खिड़की, दरवाजे और छत ही नहीं बनाया गया. पक्के माकान बन जाने की उम्मीद में ग्रामीणों ने अपने पुरान घास-फूस के मकान का भी मेंटनेंस नहीं किया और बारिश की वजह से अधिकतर पुराने मकान गिर गए. ग्रामीण आधे-अधूरे घरों में जंगली जानवरों और सांप, बिच्छू की दहशत के बीच रहने को मजबूर हैं.

जनप्रतिनिधि ने बताया तकनीकी परेशानी
पीड़ित कोरवा जनजाति के लोगों की इस समस्या पर जब मीडिया ने क्षेत्र के विधायक और प्रदेश कैबिनेट मंत्री टीएस सिंहदेव से बात कि तो, उन्होंने तकनीकी परेशानी कहकर उनसे निपटने की बात कही.

सरगुजाः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 20 नवंबर 2016 को आगरा से प्रधानमंत्री आवास योजना का शुभारंभ किया गया था, जिसका उद्देश्य ग्रामीण इलाके में लोगों को गुणवत्तायुक्त पक्का मकान बना कर दिया जाना है. लेकिन उदयपुर विकासखंड के अंतर्गत आने वाले दूरस्थ वनांचल में बसे बनकेसमा पंचायत में आवास की जगह लोगों के अरमानों पर पानी फेरने का काम बखूबी किया जा रहा है. ग्रामीणों का आरोप है कि, प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी उनके शिकायतों को अनसुना कर रहे हैं.

वीडियो.

लोगों के सपने अधूरे
जिले के ग्राम पंचायत केसमा के आश्रित ग्राम बनकेसमा,लालपुर और डेवापारा बस्ती में वर्षों से पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोग रहते हैं. घास-फूस से बने कच्चे मकानों में रहने वाले इन ग्रामीणों में भी पीएम आवास की घोषणा के बाद पक्के मकान के लिए उम्मीद जगी, लेकिन योजना को आए तीन साल बीत जाने के बाद भी करीब 2 दर्जन से अधिक कोरवा जनजाति के लोगों का पक्के मकान का सपना अधूरा है.

गबन का आरोप
ग्रामीणों के लिए मकान बनवाने का काम केसमा पंचायत के सचिव कामेश्वर के जिम्मे है, लेकिन पीड़ित ग्रामीणों का आरोप है कि योजना के लिए स्वीकृत राशि को सचिव द्वारा निकाल लेने के बाद भी मकान नहीं बन पाया या फिर नींव खोदकर छोड़ा गया है. कुछ मकान के खिड़की, दरवाजे और छत ही नहीं बनाया गया. पक्के माकान बन जाने की उम्मीद में ग्रामीणों ने अपने पुरान घास-फूस के मकान का भी मेंटनेंस नहीं किया और बारिश की वजह से अधिकतर पुराने मकान गिर गए. ग्रामीण आधे-अधूरे घरों में जंगली जानवरों और सांप, बिच्छू की दहशत के बीच रहने को मजबूर हैं.

जनप्रतिनिधि ने बताया तकनीकी परेशानी
पीड़ित कोरवा जनजाति के लोगों की इस समस्या पर जब मीडिया ने क्षेत्र के विधायक और प्रदेश कैबिनेट मंत्री टीएस सिंहदेव से बात कि तो, उन्होंने तकनीकी परेशानी कहकर उनसे निपटने की बात कही.

Intro:सरगुजा - प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 20 नवंबर 2016 को आगरा से प्रधानमंत्री आवास योजना का शुभारंभ किया गया था.. जिसके पीछे ग्रामीण क्षेत्रो मे घर विहीन लोगो को गुणवत्तायुक्त आवास बना कर दिया जाना था.. लेकिन सरगुजा जिले के उदयपुर विकासखंड आने वाले दूरस्थ वनांचल मे बसे केसमा पंचायत मे आवास की जगह पीएम के अरमानो पर पानी फेरने का काम बखूबी किया जा रहा है.. और जिम्मेदार हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं.. गौरतलब है कि पूरे मामले मे राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले कोरवा जनजाति के लोग के हक पर डाका डाला गया है.



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Body:सरगुजा जिले के ग्राम पंचायत केसमा के आश्रित ग्राम बनकेसमा लालपुर और डेवापारा बस्ती मे सैकडो वर्षो से पहाडी कोरवा जनजाति के लोग रहते हैं. जो घास फूस से बने घरो मे अपना गुजारा करते थे, लेकिन 2016 मे जब पीएम आवास बनाने की घोषणा हुई.. तो देश के अन्य गांव के साथ ही बनकेसमा, लालपुर और डेवापारा के लोगो की भी उम्मीद जागी , कि उन्हे अब पक्की छत वाला पक्का माकान सरकार के द्वारा मिलेगा.. लेकिन तीन साल बीत जाने के बाद भी यहां रहने वाले करीब 2 दर्जन से अधिक कोरवा जनजाति के लोगो के लिए बनने वाला घर अब तक अधूरा है.. सरगुजा के बनकेसमा, लालपुर और डेवापारा मे कोरवा जाति के लोगो के लिए माकान बनवाने का काम केसमा पंचायत का सचिव कामेश्वर कर रहा है. और गांव के हर पीडित परिवार कामेश्वर पर रुपया निकाल लेने के बाद भी घर ना बनवाने का आरोप लगा रहा है. स्थिती ये है कि इन गांवो मे कुछ घरो की नीव खोद कर छोड दी गई , तो कुछ घर मे खिडकी ,दरवाजा और घर का छत ही नही बनाया गया.. आलम ये है कि पक्के माकान बन जाने की खुशी मे इन लोगो ने अपने पुरान घास फूस के माकान का मेटेंनेंस नही किया.. जिससे पुराने घर गिर गए और पीएम आवास पूरा भी नही हुआ,, ऐसे मे ये लोग उन्ही आधे अधूरे घरो मे जंगली जानवरो और सांप बिच्छू की दहशत के बीच रहने को मजबूर हैं.. ऐसे मे हमने क्षेत्र के विधायक और प्रदेश के केबीनेट मंत्री से उनकी परेशानी की कहानी सुनाई, तो उन्होने तकनीकी अंदाज मे परेशानी से निपटने की बात कही.. Conclusion: पीएम आवास वो योजना है जिसको लेकर केन्द्र सरकार औऱ खुद पीएम नरेन्द्र मोदी को देश मे ही नहीं अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी जमकर तारीफ मिल रही है... लेकिन छत्तीसगढ के सरगुजा जिले मे इस योजना को परोसने के लिए जिम्मेदार लोग ही ,, लोगो से बेईमानी कर रहें है.. बहरहाल राष्ट्रपति के दत्तक पुत्रो के हक को छीनने वाले लोगो पर क्या कार्यवाही होती है.. क्या इन गरीब वर्ग के लोगो को उनके हक का पूरा माकान मिलता है.. या फिर ये ऐसे ही आधे अधूरे या फिर हवा मे बने पीएम आवास मे ही आगे की जिंदगी काटते हैं.. ये देखने के लिए कुछ वक्त का इंतजार करना पडेगा..

बाईट-1- सोहन राम, निवासी केसमा पंचायत (शर्ट नहीं पहना है पीला गमछी के साथ खड़ा है )
बाईट-2- नानी बाई, निवासी केसमा पंचायत(हाथ में झोला रखी है केशरिया साड़ी पहनी है )
बाईट-3- संछित बाई, निवासी केसमा पंचायत(पीला साड़ी पहनी है )
बाईट-4- सालिक राम, निवासी केसमा पंचायत( शर्ट नहीं पहना है बगल में महिला केशरिया साड़ी पहनी है )
बाईट-5- टी.एस.सिंहदेव, मंत्री , स्वास्थ परिवार कल्याण एंव पंचायत एंव ग्रामीण विकास , छग
Last Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST
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