सरगुजा: लॉकडाउन के कारण प्रभावित हुए गन्ना खरीदी के काम को शासन ने राहत दे दी है. शासन ने लुंड्रा गुड़ उद्योग को सोशल डिस्टेंसिंग और स्वच्छता नियमों का पालन करते हुए शुरू करने की अनुमति दे दी है, जिसके बाद लुंड्रा तहसीलदार ने भी इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है.
दरअसल कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए कर्फ्यू के कारण उद्योगों को भी बंद कर दिया गया है. इस कर्फ्यू के कारण केरता का शक्कर कारखाना भी बंद हो गया है और गन्ना खरीदी पूर्ण रूप से बंद हो गई है. गन्ना खरीदी बंद होने से किसानों के सामने परेशानी आ खड़ी हुई है, क्योंकि लॉकडाउन और कर्फ्यू के खत्म होने के बाद किसानों का गन्ना सूखकर बांस में तब्दील हो जाएगा.
खराब हो रही गन्ने की फसल
सबसे बड़ी बात तो यह है कि इस बार गन्ना खरीदी के दौरान सबसे कम यानि 30 प्रतिशत किसानों के ही गन्ने की खरीदी लुंड्रा क्षेत्र में हो पाई है, जिसके बाद किसानों का गन्ना खेतों में और वाहनों पर सूख रहा है. ऐसे में लोगों का कहना था कि जब खाने-पीने की वस्तुओं के उत्पादन वाले उद्योगों को आवश्यक सेवाओं की श्रेणी में रखकर छूट दी गई है, तो फिर गुड़ फैक्ट्री को भी इस श्रेणी में शामिल किया जाना चाहिए.
मंत्री टीएस सिंहदेव को कराया गया था अवगत
किसानों की समस्याओं को लेकर जिला पंचायत सदस्य आदित्येश्वर शरण सिंहदेव और उपाध्यक्ष राकेश गुप्ता ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टीएस सिंहदेव को इस समस्या से अवगत कराया गया था, जिसके बाद शासन की ओर से गुड़ उद्योगों को लॉकडाउन में प्रारंभ करने की छूट प्रदान की है.