अंबिकापुर: कोरोना वायरस के डर से पूरा देश थम गया है, इसके संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए किए गए लॉकडाउन का लोग पालन भी कर रहे हैं, ज्यादातर लोग पूरे परिवार के साथ घरों में ही रह रहे हैं, इस दौरान पूरा परिवार घर में एक साथ रह रहा है, ऐसे समय में टीवी में आ रहे पुराने दिनों के सीरियल देखने के दौरान घर में खाने की अलग-अलग फरमाइशें भी आ रही है, जिससे आम तौर पर घरों से निकलने वाला कचरा ज्यादा निकल रहा है.आप सोच रहे होंगे कि आखिर हम आपको क्या बताना चाह रहे हैं.
तो आपको बता दें कि यहां बात हो रही है आपके घरों में जमा होने वाले कचरे की, इन दिनों सभी घर में है, लेकिन आपके घरों से कचरे का कलेक्शन करने वाली स्वच्छता दीदियां सड़क पर घूम रही है, और घर-घर जाकर कचरे का कलेक्शन कर रही है, ताकि आपका घर साफ-सुथरा रहे और किसी भी तरह का कोई वायरस आपको छू ना सकें, अपनी सुरक्षा की परवाह किए बगैर स्वच्छता दीदियां ये सब कर रही है.
लोगों ने किया सम्मान
इन स्वच्छता दीदियों की सेवा को सम्मान देने के लिए अंबिकापुर के कुछ लोग आगे आए, इन्होंने ना सिर्फ इनको सम्मानित किया बल्कि इनका मनोबल भी बढ़ाया, ताकि रोज करने वाले अपने इस काम को वो आसानी से कर सकें. इन लोगों ने पहले स्वच्छता दीदियों के हाथ पैर धुलाए, उसके बाद उन्हें सैनिटाइजर से साफ करवाया और शरबत पिलाकर नाश्ता भी करवाया, इसके साथ ही उन्हें फूल भी दिया.
शरबत पिलाया, नाश्ता कराया
अंबिकापुर में रहने वाली नीतू सिंह यादव ने बताया की लॉक डाउन के दौरान खाली समय में उनके जहन में आया कि सब बंद है लेकिन कचरा लेने दीदी रोज आ रही है, बस फिर क्या था इनके कष्ट को महसूस करते हुए उन्होंने इनकी सेवा को सम्मान करने का मन बना लिया और अब रोजाना स्वच्छता दीदियों को यहां कचरे से पहले सम्मान दिया जाता है.
बता दें कि अंबिकापुर को देश का दूसरा सबसे स्वच्छ शहर होने का गौरव मिल चुका है, इस गौरव की इमारत इन्हीं स्वच्छता दीदियों के कंधों पर खड़ी है, ये बात शायद हमारे देश के प्रधानमंत्री अच्छी तरह से जानते है इसी वजह से उन्होंने सफाई कर्मियों के पैर धोकर उनका सम्मान किया.