अंबिकापुर: क्रिसमस को लेकर हर जगह खास तैयारियां की जा रही है. इस बीच छत्तीसगढ़ में मिलेट्स केक का क्रेज लोगों के सर चढ़कर बोल रहा है. सरकार के मिलेट्स मिशन का असर क्रिसमस पर भी दिख रहा है. बाजार में मिलेटस के केक बनाए और बेचे जा रहे हैं. अंबिकापुर के एक बेकरी संचालक ने इसे लेकर खास पहल की है. क्रिसमस के मौके पर उन्होंने कई वेरायटी के केक बनाए हैं. लेकिन इस बार मिलेटस केक खास है. वहीं, डॉक्टर्स भी मिलेट्स केक खाने की सलाह दे रहे हैं. christmas wishes
ऐसे करें हेल्दी क्रिसमस सेलिब्रेट: दरअसल, अम्बिकापुर के गांधीनगर रोड के एक बेकरी में मिलेट्स केक बनाया जा रहा है. इनकी कीमत भी बहुत ज्यादा नहीं है. सामान्य केक के बराबर के मूल्य पर ही मिलेट्स वाला हेल्दी केक भी बाजार में उपलब्ध है. सिर्फ मैदे से बने केक से बचने वाले लोगों के लिए भी यह बेहतर ऑप्शन हैं. अब मैदे से परहेज करने वाले हेल्दी केक खाकर क्रिसमस सेलिब्रेट कर सकेंगे.christmas eve
दुकान में हर तरह के केक उपलब्ध: अंबिकापुर के इस खास बेकरी में रम केक, प्लम केक, ड्राई फ्रूट केक से लेकर तमाम फ्लेवर में आइस केक भी उपलब्ध हैं. लेकिन मिलेट्स केक की बात ही अलग है. दुकानदार ने इस इस केक को बनाने का निर्णय ही लोगों की सेहत को देखते हुए लिया है. क्योंकि मिलेट्स बेहद गुणकारी होता है. यही वजह है कि केंद्र सरकार इसे प्रमोट कर रही है. बजट में मिलेटस इंस्टीटियूट के प्रावधान के बाद जल्द ही देश में मिलेटस पर एजुकेशन तेज होने वाली है.
मिलेट्स केक की बढ़ी डिमांड: इस बारे में बेकरी संचालक सोनू ने बताया कि, "तीन तरह के मिलेट्स का उपयोग केक बनाने में किया जाता है. रागी, ओट्स और कुट्टू का केक क्रिसमस में बनाया जा रहा है. आधे किलो का मिलेटस केक, दो सौ से 220 रुपये में उपलब्ध है. यह आम केक के मूल्य में ही आ जाता है. इसके फायदे भी हैं. सरकार इसे प्रमोट कर रही है इसलिए हम लोगो ने भी सोचा कि एक नए रूप में मिलेटस को बाजार में लाया जाए. इससे मिलेटस की डिमांड बढ़ेगी और किसान भाइयों का भी फायदा होगा."
क्या कहती हैं डायटीशियन: रागी, ओट्स और कुट्टू की न्यूट्रीशन वेल्यू और इसके फायदे जानने के लिए ईटीवी भारत ने डाइटीशियन सुमन सिंह से बातचीत की. उन्होंने बताया कि ये काफी अच्छा ऑप्शन है कि मैदे, सूजी के जगह पर मिलेट्स के केक उपयोग में लाए जाएं. ये सेहतमंद और गुणकारी होता है. मिलेट्स केक में अगर शुगर के जगह गुड़ का उपयोग किया जाए तो और भी फायदेमंद हो जाता है."
बता दें कि रागी में कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है. ये फाइबर रिच होता है. इसमें कैंसर से लड़ने की क्षमता अधिक होती है. ये मोटापे को कम करता है. ओट्स हाई कैल्शियम होता है. इसमें पाया जाने वाला कैल्शियम हड्डियों को मजबूत करता हैं. अगर हम इसके केक में दूध नहीं भी डालते हैं तो भी ये बच्चों की ग्रोथ के लिए काफी अच्छा होता है. इससे डाइजेशन सिस्टम भी अच्छा रहता है.