अंबिकापुर: छत्तीसगढ़ में किसानों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है. पहले धान खरीदी से किसान परेशान थे, लेकिन बारिश अच्छी हुई तो कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण लॉकडाउन लग गया. जिसके बाद से शासकीय दुकानों में खाद-बीज नहीं मिलने से किसानों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है. ऐसे में किसानों का आक्रोश बढ़ गया और मंगलवार को उन्होंने शहर के खरसिया रोड में सड़क पर चक्काजाम कर दिया.
किसानों ने कहा कि जिलेभर में पिछले महीने से ही यूरिया की किल्लत बनी हुई है और दलाल बाहरी राज्यों से यूरिया मंगाकर गांव में उनकी कालाबाजारी कर रहे हैं. शासन और प्रशासन लगातार यूरिया की पर्याप्त मात्रा का भंडारण होने की बात कह रहे हैं. लेकिन वास्तविकता कुछ और ही नजर आ रही है. किसानों के चक्काजाम की सूचना मिलते ही जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौके पर पहुंचे. किसानों ने कहा कि शासकीय समितियों के चक्कर लगाकर भी उन्हें यूरिया नहीं मिल पा रहा है. खाद की कमी के कारण किसानों की खेती पिछड़ रही है और उनकी फसलों को नुकसान पहुंचने की संभावना है.
शासकीय समितियों के चक्कर काटकर थक गए किसान
किसानों ने कहा कि खाद की कमी के कारण किसानों की खेती पिछड़ रही है. उनके फसलों को नुकसान पहुंचने की संभावना है. किसानों ने कहा कि लगातार शासकीय समितियों के चक्कर लगाकर भी किसानों को यूरिया नहीं मिल पा रहा है. खेती किसानी के समय खाद की किल्लत लगातार बनी हुई है. ऐसे में किसान भड़क उठे और उन्होने शहर के खरसिया रोड में सड़क पर चक्का जाम कर दिया.
बारिश के कारण धान को पहुंचा था नुकसान
किसानों ने कहा कि पिछले साल असमय बारिश की वजह से किसानों की धान की फसल अच्छी नहीं हुई थी, लेकिन इस बार किस्मत से मानसून वक्त पर आया और बारिश भी बहुत अच्छी हुई.