सरगुजा: अपने विचारों से राष्ट्र को आजाद करवाने के साथ ही प्रगति के पथ पर ले जाने वाले वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर उन्हें ETV भारत अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करता है. महज विचारों से अंग्रेजों से लोहा लेकर उन्हें भारत छोड़ने पर मजबूर करने वाले महान बापू की 150वीं जयंती पर ETV भारत की टीम ने नए भारत की नई युवा पीढ़ी से जानना चाहा की वो बापू को कितना जानते हैं.
बापू के बारे में थोड़ी बहुत जानकारियां लोगों को हैं, उनके किए गए कार्यों के कारण बहुत से लोग बापू को अपना आदर्श भी मानते हैं, उनके मार्ग पर चलकर बड़ी से बड़ी जंग जीती जा सकती है. लोगों ने आजादी की लड़ाई में उन पर लगे प्रश्न चिन्ह का भी खंडन किया और कहा कि 'गलत बाते देश को बताई जा रही हैं, देश की आजादी में महात्मा गांधी का सबसे महत्वपूर्ण योगदान रहा है'.
बहरहाल कुछ आम लोगों के बाद हमने उन छात्रों से बातचीत की जो देश के भविष्य निर्माण में अहम होते हैं. इसके लिए हमने सरकारी स्कूल का चयन किया और अंबिकापुर की हायर सेकेंड्री स्कूल पहुंचे. यहां छात्र-छात्राओं से गांधी जी के जीवन के विषय में जब पूछा गया तो छात्रों ने गांधी दर्शन के विषय मे बताना शुरू किया. इससे न सिर्फ स्कूल में पढ़ाई की गुणवत्ता समझ आई, बल्कि यहां पढ़ने वाले छात्रों के विचार भी सामने आए.
यहां के छात्र और शिक्षक महात्मा गांधी के जीवन से खासे प्रभावित दिखे और इनका मानना है की गांधी दर्शन को अपनाकर कोई भी देश सफलता के शिखर तक पहुंच सकता है.