अंबिकापुर: मंगलवार दोपहर 2 बजकर 50 मिनट पर अंबिकापुर शहर में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए. भूकंप का केंद्र अंबिकापुर से 135 किलोमीटर दूर मध्यप्रदेश के सिंगरौली में था. भूकंप की तीव्रता 3.3 रिक्टर स्केल नापी गई. भूकंप का केंद्र जहां मध्य्प्रदेश का सिंगरौली जिला था वहीं ये जमीन के 4 किमी नीचे आया था. दोपहर को जब लोग अपने अपने घरों में आराम कर रहे थे तब हल्का सा कंपन लोगों ने महसूस किया. लोग जबतक कुछ समझ पाते तबतक हल्के झटके खत्म हो चुके थे.
28 अगस्त 2023 को भी कांपी थी धरती: पहले भी डोल चुकी है अंबिकापुर की धरती: 28 अगस्त 2023 को भी पच्चीस मिनट के भीतर भूकंप के दो हल्के झटके आए थे. रात 8 बजे पहला झटका आया फिर 25 अप्रैल 2023 को सुबह के वक्त जोरदार भूकंप के झटके शहरवासियों को लगे. 28 अगस्त 2023 को जो भूकंप आया था उसका केंद्र अंबिकापुर से 9 किलोमीटर दूर कल्याणपुर था. रिक्टर स्केल पर उसकी तीव्रता 3.8 नापी गई. 28 अगस्त को आए भूकंप का असर सरगुजा के अधिकांश इलाके सहित सूरजपुर, बिश्रामपुर, कोरिया जिले में भी महसूस किया गया था.
24 अप्रैल 2023 को भी डोली थी धरती: 2023 में 24 अप्रैल को भी सुबह के वक्त भूकंप के झटके आए थे. 24 अप्रैल को आया भूकंप का झटका काफी तगड़ा था. लोग दहशत में अपने घरों से बाहर निकल आए थे. करीब सात सेकेंड तक भूकंप के झटके लोगों ने महसूस किए थे. भूकंप का केंद्र सूरजपुर के भटगांव में था. सात सेकेंड तक रहे इस भूकंप के झटके से घरों के फर्नीचर और पंखे तक हिलने लगे थे. काफी देर तक लोग दहशत के चलते अपने अपने घरों से बाहर खड़े रहे. लगातार अंबिकापुर में आ रहे भूकंप के झटकों से लोग भी परेशान हैं.
भूकंप के बढ़ते खतरे से सहमे लोग: इस साल तीन बार आ चुके हैं भूकंप के झटके: इस साल तीन बार आए भूकंप के झटकों को लेकर लोग परेशान हैं. एक झटका जो 24 अप्रैल को आया था वो जरूर तगड़ा था लेकिन बाकी के दो झटके हल्के रहे. लोग अब चिंता जा रहे हैं कहीं आगे भी तो भूकंप का खतरा नहीं बना हुआ है. सबसे ज्यादा लोगों को चिंता इस बात की है कि भूकंप का असर हर बार अंबिकापुर ही क्यों होता है.