सरगुजा : 'छत्तीसगढ़ में जब भी एम्स खुलेगा वह बिलासपुर में ही खुलेगा', स्वास्थ्य मंत्री के इस बयान के बाद सरगुजा में भाजपाइयों में गुस्सा है. सिंहदेव के इस बयान के बाद भाजयुमो पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने सोमवार को शहर के संगम चौक पर सिर मुड़वाकर राज्य सरकार और टीएस सिंह देव के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
दूसरे एम्स को लेकर विवाद: देश के कई राज्यों में अब एक से अधिक एम्स खोलने की तैयारी केंद्र सरकार की है. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में भी एम्स हॉस्पिटल खोलने की सहमति विधानसभा में बनी. स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव के समर्थन देने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी इसमें अपनी सहमति दी है. अब सरगुजा में लोग बिलासपुर में एम्स हॉस्पिटल खोले जाने का विरोध कर रहे है.
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अंबिकापुर से विधायक हैं सिंहदेव: भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने सोमवार को अनोखा प्रदर्शन किया. शहर के संगम चौक में युवा मोर्चा के लोगों ने अपने सिर में बाल मुड़वा कर विरोध किया. इस दौरान युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष विश्व विजय सिंह तोमर ने कहा "स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव अंबिकापुर से विधायक हैं, लेकिन जब भी कोई बड़ी सौगात मिलनी होती है ये सरगुजा से बाहर अन्य स्थानों पर देते हैं. जब एम्स हॉस्पिटल की सौगात देने की बात आई तो उन्होंने बिलासपुर को चुना है."
कांग्रेसी नेताओं और विधायकों की चेतना मर गई इसलिए मुंडन: विजय सिंह तोमर ने कहा कि "संभाग की 50 लाख आबादी है. आस पास के प्रदेश और बिलासपुर संभाग को मिलाकर करीब डेढ़ करोड़ लोगों को एम्स का लाभ मिलेगा अगर एम्स सरगुजा में खुलता है तो. यह जनजाति बहुल्य क्षेत्र है. आने जाने का साधन भी कम है. ऐसे में एम्स सरगुजा में खोला जाना चाहिए. लेकिन सरगुजा के 14 कांग्रेसी विधायक और इनके मंत्रियों की चेतना मर गई है, इसलिए हम लोग सिर मुड़वाकर विरोध कर रहे हैं."