सरगुजा: सालों से विश्वविद्यालय भवन के आकर्षक स्वरूप देखने के सपने पर थोड़ी राहत का काम प्रशासन ने किया है. कछुआ गति से चल रहे संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय और इंजीनियरिंग कॉलेज के नए भवन निर्माण में लगे 2 ठेकेदार को लोक निर्माण विभाग ने हटा दिया है. ठेकेदारों को बार-बार अल्टीमेटम देने के बाद भी काम में तेजी नहीं लाने और लापरवाही पूर्वक काम करने की वजह से लोकनिर्माण विभाग ने उनका अनुबंध खत्म कर दिया है. साथ ही ठेकेदार से जुर्माना वसूलने की कर्रवाई भी की जाएगी.
संतगहिरा गुरु विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए शासन से 15 करोड़ 34 लाख और 9 करोड़ 56 लाख के विभिन्न निर्माण कार्यों की स्वीकृति मिली थी. इसके साथ ही इंजीनियरिंग कॉलेज के भवन के लिए 4 करोड़ की लागत का टेंडर जारी किया गया था. निर्माण कार्य के लिए दुर्ग की श्याम इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी को टेंडर दिया गया था. इसके साथ ही विश्वविद्यालय भवन के लिए दूसरा टेंडर सूरजपुर की आकाश कंस्ट्रक्शन को दिया गया था.
डेढ़ साल बीतने के बाद भी नहीं हुआ काम
श्याम इंफ्रास्ट्रक्चर को 10 जुलाई 2018 को जारी हुए वर्क आर्डर पर 20 महीनों में काम पूरा करना था और आकाश कंस्ट्रक्शन को 8 अगस्त 2018 को जारी वर्क ऑर्डर के काम को 15 महीनों में पूरा करना था. लेकिन डेढ़ साल बीत जाने के बाद भी दोनों ठेकेदारों ने 20 प्रतिशत भी काम नहीं किया है. वहीं बार-बार हिदायत के बाद भी ठेकेदार काम में कोई तेजी नहीं दिख रही थी.
ठेकेदारों से वसूला जाएगा फाइन
अधिकारियों के मुताबिक अब इन ठेकेदारों से बचे हुए काम का 10 प्रतिशत और 6 प्रतिशत फाइन की रिकवरी के साथ ही इनके ग्रेड कम करने की अनुशंसा भी की जाएगी.