सरगुजा: सड़क से ही विकास की राह मुमकिन है ये बात सरगुजा जिले के बकोई गांव के लोगों के लिए सच साबित होने लगी है. उदयपुर विकासखंड से 40 किलोमीटर दूर में बसा बकोई गांव में 12 साल से कोई सड़क नहीं थी, जिसके कारण कोई यहां कोई आना पसंद नहीं करता था, लेकिन अब 12 साल बाद यहां सड़क बनी है, जिससे गांव के लोगों में खुशी की लहर है.
गांव के लोगों का कहना है कि पहले सड़क नहीं थी, जिसके कारण लोग पगडंडी के सहारे एक जगह से दूसरे जगह आना-जाना करते थे. साथ ही सड़क नहीं होने की वजह से बरसात के दिनों में यहां रहने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. बीमार पड़ जाने पर मरीज को खाट या झलगी के सहारे उदयपुर अस्पताल ले जाना पड़ता था.
विकास की ओर गांव का पहला कदम
गांववालों का कहना है कि अब सड़क के बन जाने से सारी समस्या खत्म हो गई है. हर घर तक वाहन पहुंचने लगा है ,बस चलने लगी है. यहा तक की शासन द्वारा चलाई जा रही 108 और 102 की सुविधा भी मिलने लगी है. गांव में सड़क नहीं होने की वजह से कोई यहां के लड़कों को कोई अपनी बेटी देना पसंद नहीं करता था, लेकिन सड़क बन जाने के बाद से ये समस्या भी दूर हो गई है.
वहीं सड़क निर्माण करा रहे इंजीनियर बताते हैं कि सड़क का काम पूरा होने में 6 महीने का और समय लगेगा, जिसके बाद सरगुजा और कोरबा के सरहदी क्षेत्र आपस में जुड़ जाएंगे, जिससे अंबिकापुर से कोरबा की दूरी 45 से 50 किलोमीटर कम हो जाएगी, जो अभी कटघोरा के तरफ से घूमकर कोरबा का सफर तय करते हैं, वो अब सीधे उदयपुर से कोरबा जा सकते हैं.
12 साल बाद पूरा हुआ सपना
वहीं पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव का कहना है कि इस सरहदी क्षेत्र में अभी भी कई गांव ऐसे हैं जो पहुंचविहीन हैं. बरसात के दिनों में आवागमन बंद हो जाता है, उन्हें भी जल्द ही सड़कों से जोड़ दिया जाएगा. बता दें कि सरगुजा-कोरबा के सरहदी क्षेत्र बकोई में 12 साल पहले यहां के क्षेत्रीय विधायक टीएस बाबा चुनाव प्रचार के दौरान पहुंचे थे और उस वक्त गांव के लोगों ने बकोईं और झिगाझरिया में उनसे सड़क निर्माण करवाने की बात कही थी, जो अब 12 साल बाद पूरा हुआ है.