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इस गांव में 12 साल बाद बनी सड़क, लोगों की समस्याओं पर लगा फुल स्टॉप

कोरबा के सरहदी क्षेत्र बकोई में 12 साल पहले यहां के क्षेत्रीय विधायक टीएस बाबा चुनाव प्रचार के दौरान पहुंचे थे और उस वक्त गांव के लोगों ने बकोई और झिगाझरिया में उनसे सड़क निर्माण करवाने की बात कही थी जो अब 12 साल बाद पूरी हुई है.

मंत्री टीएस सिंह देव
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Published : Jun 17, 2019, 8:31 AM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST

सरगुजा: सड़क से ही विकास की राह मुमकिन है ये बात सरगुजा जिले के बकोई गांव के लोगों के लिए सच साबित होने लगी है. उदयपुर विकासखंड से 40 किलोमीटर दूर में बसा बकोई गांव में 12 साल से कोई सड़क नहीं थी, जिसके कारण कोई यहां कोई आना पसंद नहीं करता था, लेकिन अब 12 साल बाद यहां सड़क बनी है, जिससे गांव के लोगों में खुशी की लहर है.

12 साल बाद बनी सड़क

गांव के लोगों का कहना है कि पहले सड़क नहीं थी, जिसके कारण लोग पगडंडी के सहारे एक जगह से दूसरे जगह आना-जाना करते थे. साथ ही सड़क नहीं होने की वजह से बरसात के दिनों में यहां रहने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. बीमार पड़ जाने पर मरीज को खाट या झलगी के सहारे उदयपुर अस्पताल ले जाना पड़ता था.

विकास की ओर गांव का पहला कदम
गांववालों का कहना है कि अब सड़क के बन जाने से सारी समस्या खत्म हो गई है. हर घर तक वाहन पहुंचने लगा है ,बस चलने लगी है. यहा तक की शासन द्वारा चलाई जा रही 108 और 102 की सुविधा भी मिलने लगी है. गांव में सड़क नहीं होने की वजह से कोई यहां के लड़कों को कोई अपनी बेटी देना पसंद नहीं करता था, लेकिन सड़क बन जाने के बाद से ये समस्या भी दूर हो गई है.

वहीं सड़क निर्माण करा रहे इंजीनियर बताते हैं कि सड़क का काम पूरा होने में 6 महीने का और समय लगेगा, जिसके बाद सरगुजा और कोरबा के सरहदी क्षेत्र आपस में जुड़ जाएंगे, जिससे अंबिकापुर से कोरबा की दूरी 45 से 50 किलोमीटर कम हो जाएगी, जो अभी कटघोरा के तरफ से घूमकर कोरबा का सफर तय करते हैं, वो अब सीधे उदयपुर से कोरबा जा सकते हैं.

12 साल बाद पूरा हुआ सपना
वहीं पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव का कहना है कि इस सरहदी क्षेत्र में अभी भी कई गांव ऐसे हैं जो पहुंचविहीन हैं. बरसात के दिनों में आवागमन बंद हो जाता है, उन्हें भी जल्द ही सड़कों से जोड़ दिया जाएगा. बता दें कि सरगुजा-कोरबा के सरहदी क्षेत्र बकोई में 12 साल पहले यहां के क्षेत्रीय विधायक टीएस बाबा चुनाव प्रचार के दौरान पहुंचे थे और उस वक्त गांव के लोगों ने बकोईं और झिगाझरिया में उनसे सड़क निर्माण करवाने की बात कही थी, जो अब 12 साल बाद पूरा हुआ है.

सरगुजा: सड़क से ही विकास की राह मुमकिन है ये बात सरगुजा जिले के बकोई गांव के लोगों के लिए सच साबित होने लगी है. उदयपुर विकासखंड से 40 किलोमीटर दूर में बसा बकोई गांव में 12 साल से कोई सड़क नहीं थी, जिसके कारण कोई यहां कोई आना पसंद नहीं करता था, लेकिन अब 12 साल बाद यहां सड़क बनी है, जिससे गांव के लोगों में खुशी की लहर है.

12 साल बाद बनी सड़क

गांव के लोगों का कहना है कि पहले सड़क नहीं थी, जिसके कारण लोग पगडंडी के सहारे एक जगह से दूसरे जगह आना-जाना करते थे. साथ ही सड़क नहीं होने की वजह से बरसात के दिनों में यहां रहने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. बीमार पड़ जाने पर मरीज को खाट या झलगी के सहारे उदयपुर अस्पताल ले जाना पड़ता था.

विकास की ओर गांव का पहला कदम
गांववालों का कहना है कि अब सड़क के बन जाने से सारी समस्या खत्म हो गई है. हर घर तक वाहन पहुंचने लगा है ,बस चलने लगी है. यहा तक की शासन द्वारा चलाई जा रही 108 और 102 की सुविधा भी मिलने लगी है. गांव में सड़क नहीं होने की वजह से कोई यहां के लड़कों को कोई अपनी बेटी देना पसंद नहीं करता था, लेकिन सड़क बन जाने के बाद से ये समस्या भी दूर हो गई है.

वहीं सड़क निर्माण करा रहे इंजीनियर बताते हैं कि सड़क का काम पूरा होने में 6 महीने का और समय लगेगा, जिसके बाद सरगुजा और कोरबा के सरहदी क्षेत्र आपस में जुड़ जाएंगे, जिससे अंबिकापुर से कोरबा की दूरी 45 से 50 किलोमीटर कम हो जाएगी, जो अभी कटघोरा के तरफ से घूमकर कोरबा का सफर तय करते हैं, वो अब सीधे उदयपुर से कोरबा जा सकते हैं.

12 साल बाद पूरा हुआ सपना
वहीं पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव का कहना है कि इस सरहदी क्षेत्र में अभी भी कई गांव ऐसे हैं जो पहुंचविहीन हैं. बरसात के दिनों में आवागमन बंद हो जाता है, उन्हें भी जल्द ही सड़कों से जोड़ दिया जाएगा. बता दें कि सरगुजा-कोरबा के सरहदी क्षेत्र बकोई में 12 साल पहले यहां के क्षेत्रीय विधायक टीएस बाबा चुनाव प्रचार के दौरान पहुंचे थे और उस वक्त गांव के लोगों ने बकोईं और झिगाझरिया में उनसे सड़क निर्माण करवाने की बात कही थी, जो अब 12 साल बाद पूरा हुआ है.

Intro:सरगुजा- सड़क से ही विकास की राह मुमकिन है यह कथन सरगुज़ा जिले के बकोईं गांव के लोगो के लिए सच साबित होने लगा है, उदयपुर विकास खंड से मुहज 40 किलोमीटर दूर में बसा बकोई गांव विकास की राह से कोसों दूर था, लोग यहां आना भी पसंद नहीं करते थे ,सरगुजा- कोरबा के सरहदी क्षेत्र बकोईं में 12 साल पहले यहाँ के क्षेत्रीय विधायक टीएस सिंह देव चुनाव प्रचार के दौरान आये थे ,उस समय यहाँ लोगों ने सड़क की समस्या बताई थी जो आज 12 वर्ष बाद पूरा होने जा रहा है जिससे बकोईं,झिगाझरिया के लोगो मे खुशी की लहर है।

बकोईं गांव के लोगो का कहना है कि पहले सड़क नही था पकडण्डी के सहारे लोग आना जाना करते थे बरसात के दिनों में यहाँ पर के रहने वाले लोगो को काफी दिक्कत होती थी ।
बीमार पड़ जाने से उदयपुर अस्पताल जाने के लिए लोग खाट या झलगी के सहारे ढो कर ले जाना पड़ता था ,अब सड़क लगभग लगभग बन चुकी है , हर घर तक वाहन पहुंचने लगा है ,बस चलने लगी है,अब तो शासन के108,102 एम्बुलेंस भी गांव तक पहुच रहे है , पहले हालात ऐसे थे कि लोग वहां के लड़कों से अपनी बेटी की शादी करना भी पसंद नहीं करते थे सड़क बन जाने के बाद लोगों की सोच बदली है अब इस गांव के लोगों में खुशहाली आने लगी है।

वही सड़क निर्माण करा रहे इंजीनियर बताते है सड़क बनने में 6 महीने का और समय लगेगा ,जिसके बाद सरगुजा और कोरबा के सरहदी क्षेत्र आपस में जुड़ जाएंगे जिससे अम्बिकापुर से कोरबा की दूरी 45 से 50 किलोमीटर कम हो जाएगी ।जो अभी कटघोरा के तरफ से घूमकर कोरबा का सफर तय करते है वो अब सीधे उदयपुर से कोरबा जा सकते है।

वहीं पंचायत मंत्री टीएस सिंह देव का कहना है कि इस सरहदी क्षेत्र में अभी भी कई गांव ऐसे हैं जो पहुंचविहीन है बरसात के दिनों में आवागमन बंद हो जाता है उन्हें भी जल्द ही सड़कों से जोड़ दिया जाएगा।


बाईट 01 -जोसेफ तिर्की ( बकोई उपसरपंच)

बाईट02- लक्ष्मण राव (पीडब्ल्यूडी सब इंजीनियर)

बाईट03- टीएस सिंह देव( पंचायत मंत्री छत्तीसगढ़ शासन)

श्रवण कुमार महंत


Body:सरगुजा- सड़क से ही विकास की राह मुमकिन है यह कथन सरगुज़ा जिले के बकोईं गांव के लोगो के लिए सच साबित होने लगा है, उदयपुर विकास खंड से मुहज 40 किलोमीटर दूर में बसा बकोई गांव विकास की राह से कोसों दूर था, लोग यहां आना भी पसंद नहीं करते थे ,सरगुजा- कोरबा के सरहदी क्षेत्र बकोईं में 12 साल पहले यहाँ के क्षेत्रीय विधायक टीएस सिंह देव चुनाव प्रचार के दौरान आये थे ,उस समय यहाँ लोगों ने सड़क की समस्या बताई थी जो आज 12 वर्ष बाद पूरा होने जा रहा है जिससे बकोईं,झिगाझरिया के लोगो मे खुशी की लहर है।

बकोईं गांव के लोगो का कहना है कि पहले सड़क नही था पकडण्डी के सहारे लोग आना जाना करते थे बरसात के दिनों में यहाँ पर के रहने वाले लोगो को काफी दिक्कत होती थी ।
बीमार पड़ जाने से उदयपुर अस्पताल जाने के लिए लोग खाट या झलगी के सहारे ढो कर ले जाना पड़ता था ,अब सड़क लगभग लगभग बन चुकी है , हर घर तक वाहन पहुंचने लगा है ,बस चलने लगी है,अब तो शासन के108,102 एम्बुलेंस भी गांव तक पहुच रहे है , पहले हालात ऐसे थे कि लोग वहां के लड़कों से अपनी बेटी की शादी करना भी पसंद नहीं करते थे सड़क बन जाने के बाद लोगों की सोच बदली है अब इस गांव के लोगों में खुशहाली आने लगी है।

वही सड़क निर्माण करा रहे इंजीनियर बताते है सड़क बनने में 6 महीने का और समय लगेगा ,जिसके बाद सरगुजा और कोरबा के सरहदी क्षेत्र आपस में जुड़ जाएंगे जिससे अम्बिकापुर से कोरबा की दूरी 45 से 50 किलोमीटर कम हो जाएगी ।जो अभी कटघोरा के तरफ से घूमकर कोरबा का सफर तय करते है वो अब सीधे उदयपुर से कोरबा जा सकते है।

वहीं पंचायत मंत्री टीएस सिंह देव का कहना है कि इस सरहदी क्षेत्र में अभी भी कई गांव ऐसे हैं जो पहुंचविहीन है बरसात के दिनों में आवागमन बंद हो जाता है उन्हें भी जल्द ही सड़कों से जोड़ दिया जाएगा।


बाईट 01 -जोसेफ तिर्की ( बकोई उपसरपंच)

बाईट02- लक्ष्मण राव (पीडब्ल्यूडी सब इंजीनियर)

बाईट03- टीएस सिंह देव( पंचायत मंत्री छत्तीसगढ़ शासन)

श्रवण कुमार महंत


Conclusion:
Last Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST
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