सरगुजा : जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के हॉस्टल में कथित हिंसा के बाद JNU समेत कई अन्य यूनिवर्सिटी के छात्र आंदोलन कर रहे हैं. अभिनेत्री दीपिका पादुकोण भी इस आंदोलन में पहुंचकर पीड़ित छात्रा से मिली. बस इसके बाद से रिलीज हुई दीपिका की फिल्म छपाक का विरोध सोशल मीडिया साइट्स पर शुरू हो गया. दीपिका और फिल्म को लेकर सोशल साइट्स में तरह-तरह की भ्रामक पोस्ट शेयर किए जाने लगे. कई सोशल अकाउंट्स जो खुद को भाजपा समर्थक बताते हैं, वह इस फिल्म का विरोध करने की अपील करने में लगे हैं.
शुक्रवार को जब छपाक रिलीज हुई तभी अंबिकापुर के थियेटरों में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने विरोध शुरू कर दिया. थिएटर से छुपा के पोस्टर उतरवा दिए गए. विवाद के बाद पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा.
कांग्रसियों ने एक-साथ देखी फिल्म
विद्यार्थी परिषद का यह विरोध ज्यादा देर नहीं चल सका. वह पोस्टर उतरवा कर वापस लौट गए, लेकिन सामाजिक सरोकार के उद्देश्य से बनाई गई एक फिल्म को जब राजनीतिक रंग दे दिया गया है, तब फिर भला कांग्रेस कैसे शांत रह सकती थी. इधर कांग्रेसियों ने भी एक-साथ होकर छपाक फिल्म देखी. शहर में लगभग 200 टिकट निशुल्क बांटी गई. बताया जा रहा है कि ये टिकटे छपाक को सपोर्ट करने के उद्देश्य से कांग्रेस ने खरीदकर बंटवाई है.
मंत्री सिंहदेव के भतीजे ने किया समर्थन
मामले में फिल्म देखकर आए कांग्रेस के लोगों ने कहा कि 'यह दुष्प्रचार भाजपा की ओर से फैलाया जा रहा है'. वहीं कांग्रेस कि राष्ट्रीय राजनीति से सरगुजा की राजनीति में सक्रिय हुए मंत्री टीएस सिंहदेव के भतीजे आदित्येश्वर सिंहदेव ने छपाक का समर्थन करते हुए कहा कि 'ये सामाजिक सरोकार की फिल्म है. इसका विरोध नहीं बल्कि इसे बढ़ावा देना चाहिए. यह एक फिल्म है और इसे फिल्म की तरह देखें. इसे कम्युनल रंग देना सही नहीं है'.