अधिवक्ता दिनेश सोनी ने आरटीआई के तहत मिले दस्तावेज के आधार पर आरोप लगाया है कि, लोकेश ने पेट्रोल पंप का लाइसेंस लेने के लिए फर्जी शपथ पत्र प्रस्तुत किया था, इंडियन ऑयल को दिए गए इस शपथ पत्र में लोकेश ने खुद को 2014 में शादीशुदा बताया था, जबकि लोकेश की शादी 2017 में हुई है'.
शिकायतकर्ता का कहना है कि, 'उनके पिता प्रदेश के गृहमंत्री थे और जाहिर है की गृहमंत्री के बेटे की शाही शादी का पता सभी को था. अब सवाल ये खड़े हो रहे हैं कि या तो लोकेश 2014 में विवाहित नहीं थे तब 2017 में उन्होंने शादी की, लिहाजा 2014 के शपथ पत्र में दी गई जानकारी झूठी है, और अगर लोकेश ने शपथ पत्र में सच लिखा है तो फिर बिना तलाक के 2017 में दूसरी शादी कैसे हुई'.
झूठा शपथ पत्र देने को लेकर अधिवक्ता दिनेश सोनी ने दस्तावेजों के साथ थाने में शिकायत की है और लोकेश पर FIR दर्ज करने की मांग की है. अब देखना होगा कि पुलिस मामले में FIR दर्ज करती है या नहीं.