अंबिकापुर: सरगुजा संभाग की अंबिकापुर सीट हाईप्रोफाइल सीटों में शामिल थी. अंबिकापुर विधानसभा सीट को कांग्रेस का शुरु से गढ़ माना जाता रहा है. छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव का मुकाबला यहां बीजेपी के अनुराग सिंह देव से था. डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव राजपरिवार से आते हैं. पूरे सरगुजा संभाग में उनका अच्छा खासा प्रभाव है. सिंहदेव के खिलाफ बीजेपी ने कभी भी कोई दमदार चेहरा मैदान में नहीं उतारा. पिछले तीन विधानसभा चुनावों की बात करें तो, टीएस बाबा का मुकाबला अनुराग सिंह देव से ही हुआ है. बीजेपी ने कभी भी प्रत्याशी नहीं बदला. अंबिकापुर सीट पर हमेशा से ही लड़ाई एकतरफा रही. सिंहदेव यहां हर बार लीड मार्जिन से चुनाव जीतते रहे.
सिंहदेव ने तोड़ा था मिथक: 2018 विधानसभा चुनाव के दौरान भी बड़े मार्जिन ऑफ वोटों से सिंहदेव ने जीत दर्ज की थी. छत्तीसगढ़ में इस बात लेकर भी सियासी मिथक थी कि जो भी नेता प्रतिपक्ष रहता है वो दूसरी बार नहीं जीतता. सिंहदेव ने इस मिथक को तोड़ा और नेता प्रतिपक्ष रहते हुए चुनावों में बड़े अंतर से जीत हासिल की.
लोकप्रिय नेताओं में होती है सिंहदेव की गिनती: जनता के बीच सिंहदेव की छवि हमेशा से काम करने वाले नेता, लोगों के मददगार और लोकप्रिय विधायक की रही. डिप्टी सीएम बनने से पहले ढाई ढाई साल के सीएम पद को लेकर भी कई बार विवाद उठा. आखिरकार चुनाव से पहले पार्टी आलाकमान और खुद सिंहदेव ने साफ कर दिया छत्तीसगढ़ की टीम के कप्तान भूपेश बघेल हैं और उपकप्तान वो खुद. सिंहदेव ने साफ कर दिया कि पद को लेकर कोई लालसा नहीं है. पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी उसपर वो खरे उतरेंगे. चुनाव के दौरान भी सियासत के जय और वीरू ने जोरदार प्रचार किया और जीत के लिए रात दिन एक कर दिया.