अंबिकापुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में पहली बार होम वोटिंग की शुरुआत की गई. जिसमें दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं को वोट डलवाने के लिए मतदान दल के सदस्य घर तक पहुंचे हैं. मतदान दल कई किमी दूर दुर्गम रास्तों से होकर लोगों के घर तक पहुंची और घर को मतदान केंद्र बनाकर मतदान कराया गया. निर्वाचन आयोग की इस पहल से मतदाताओं में भरपूर उत्साह दिखाई दिया. मतदाताओं तथा उनके परिवारजनों ने इस हेतु आयोग की तारीफ की और इस सुविधा के लिए धन्यवाद दिया.
गुरुवार को मतदान कराने का काम हुआ शुरू: भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर शारीरिक रूप से असक्षम मतदाताओं को यह सुविधा दी गई है. जिले में गुरुवार को मतदान कराने का काम शुरू हो गया है. सुबह मत पेटियों एवं बैलेट पेपर लेकर जिला कलेक्टरेट से कुल 20 मतदान दल रवाना हुए. जिले की तीनों विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं के घर तक पहुंचकर वोट डलवाए गए. इसके साथ ही भटगांव विधानसभा क्षेत्र में भी एक दल ने जिले की सीमा में शामिल 2 मतदाताओं को होम वोटिंग कराई है.
अंबिकापुर के असक्षम मतदाताओं ने की वोटिंग: अंबिकापुर के पंकज गुप्ता जो 8 वर्ष की उम्र से ही बिस्तर पर पड़े हैं, वो हर बार मतदान करते थे. दिक्कतों के बाद भी परिजन उन्हें किसी तरह मतदान केंद्र तक ले जाते थे. लेकिन इस बार पंकज की तबीयत ज्यादा खराब थी. शायद वो मतदान केन्द्र तक नहीं जाते. लेकिन होम वोटिंग की सुविधा से आज उन्होंने अपने घर पर ही मतदान किया.
सबसे अधिक और सबसे कम उम्र के असक्षम वोटर: होम वोटिंग में सबसे अधिक उम्र की मतदाता अंबिकापुर विधानसभा क्षेत्र से जोगीबांध रामपुर की 100 वर्षीय धुमरी बाई रही. चलने-फिरने में असमर्थ अंबिकापुर, मोमिनपुरा के 85 वर्षीय बुजुर्ग कुदरत अली खान ने अपने पुत्र मुसर्रत अली के सहयोग से मत डाला. सबसे कम उम्र के वोटर सीतापुर विधानसभा से 26 वर्षीय दिव्यांग मतदाता सिलास खलखो हैं.
लुण्ड्रा, अंबिकापुर और सीतापुर में होम वोटिंग: होम वोटिंग के तहत आज लुण्ड्रा विधानसभा में 54 में से 52 वोटिंग की गई, इसमें 02 मतदाता का देहांत हो चुका है, इसलिए यहां वोटिंग आज ही पूरी हो गई है. अम्बिकापुर विधानसभा में 72 मतदाताओं में से 69 ने वोटिंग की है. इनमें दो मतदाता अनुपस्थित रहे और एक का देहांत हो चुका है. अनुपस्थित मतदाता के लिए कल मतदान दल फिर वोटिंग कराने जायेगी. सीतापुर विधानसभा में 46 में से 43 मतदाता ने वोट दिया. इनमें 01 चिकित्सकीय देखभाल में हैं और 02 अनुपस्थित रहे. अनुपस्थित मतदाताओं के लिए कल 10 अक्टूबर को दोबारा मतदान दल फिर वोटिंग कराने जायेंगे.
172 असक्षम लोगों ने किया था आवेदन: जिले के तीनों विधानसभा में कुल 172 बुजुर्गों और दिव्यांगों ने घर से वोट डालने के लिये आवेदन किया था. जिस पर आज विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग मतदान दल इन बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं के घर पहुंचे. मतदान दल द्वारा पोस्टल बैलेट के जरिए वोट डलवाया गया. घर पर मतदान के दौरान गोपनीयता और सुरक्षा का खास ख्याल भी रखा गया. मतदान के लिए वोटिंग कंपार्टमेंट बनाया गया था. वोट डालने में असमर्थ मतदाताओं के लिए परिवार के किसी सदस्य को सहयोगी के रूप में शपथ पत्र भरकर वोट डलवाने में मदद करवाया गया.
दुर्गम रास्तों से होकर होम वोटिंग कराने पहुंची टीम: दुर्गम रास्तों पर चलकर मतदान दल दूरस्थ गांवों में होम वोटिंग कराने पहुंचे. होम वोटिंग में जिले के लुण्ड्रा विधानसभा के ग्राम बरौली की 81 वर्षीय मतदाता सुकनी को होम वोटिंग कराने मतदान दल 5 किमी पहाड़ी रास्ते पर चढ़कर मतदान कराने पहुंचा. निर्वाचन आयोग की इस पहल से होम वोटिंग के माध्यम से ऐसे मतदाताओं को बेहद सहूलियत हुई है. अब इन पोस्टल बैलेट पेपर के माध्यम से हुए वोटिंग की गणना भी 3 दिसंबर को होगी.