सरगुजा : छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने चुनाव की घोषणा से पहले अपने प्रत्याशियों का ऐलान करके हर किसी को चौंका दिया है. क्योंकि दूसरी पार्टियों में जहां सीटों के ऊपर टिकट को लेकर मंथन चल रहा है.वहीं बीजेपी ने लगभग एक चौथाई सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं. जिन 21 सीटों पर प्रत्याशी घोषित हुए हैं.वो सभी हाईप्रोफाइल सीटें हैं.
जीतने वाले कैंडिडेट पर ही पार्टी लगा रही दांव : बीजेपी की पहली सूची इसलिए भी हैरान करने वाली है क्योंकि सरगुजा की सामान्य सीटों पर पार्टी ने आदिवासी वर्ग के प्रत्याशी को खड़ा किया है.जो ये बताने के लिए काफी है कि पार्टी ने इस बार चुनाव की किस तरह से तैयारी की है. राजनीतिक पंडितों की मानें तो बीजेपी ने आगामी विधानसभा चुनाव को जीतने के लक्ष्य के साथ अपने अभियान की शुरुआत की है. मोदी शाह के फॉर्मूले में सिर्फ वही प्रत्याशी टिकट का दावेदार बनेगा,जिसमें जीतने की काबिलियत हो. सरगुजा की बात करें तो यहां 14 में 5 सीटों पर बीजेपी ने उम्मीदवार घोषित किए हैं. जिसमें सिर्फ रामविचार नेताम पुराने चेहरे हैं,बाकी चारों को पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ने का मौका मिला है.
दिग्गजों को दरकिनार कर महिलाओं को टिकट : सरगुजा में जिन सीटों पर बीजेपी ने प्रत्याशियों के नाम डिक्लियर किए हैं. उन सभी सीटों पर कांग्रेस के विधायक हैं.ये विधायक भी किसी से कम नहीं हैं. लेकिन बीजेपी ने कांग्रेस के चक्रव्यूह को तोड़ने के लिए नए और पुराने चेहरों को मौका दिया है.सरगुजा की पांच में से 2 सीटों पर बीजेपी ने महिला प्रत्याशियों को खड़ा किया है. इन सीटों पर कई दिग्गजों ने दावेदारी की थी.जिसमें पूर्व गृहमंत्री रामसेवक पैकरा, अनुराग सिंहदेव, पुष्पा नेताम, भीम सेन अग्रवाल, बाबूलाल अग्रवाल, फुलेश्वरी पैकरा, अनूप सिन्हा जैसे नाम सामने आए थे.चर्चा ये भी थी कि केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह को भी चुनाव लड़ने का मौका दिया जाएगा.लेकिन पहली सूची में उनका नाम नहीं है.
सरगुजा संभाग की पांचों सीटों पर कांग्रेस विधायकों का हाल : प्रतापपुर से कांग्रेस के प्रेमसाय सिंह टेकाम विधायक हैं. जो इस महीने की शुरुआत तक ट्राइबल और एजुकेशन मिनिस्टर रहे हैं. लेकिन कांग्रेस के आंतरिक सर्वे में जब प्रेमसाय सिंह टेकाम की स्थिति गड़बड़ बताई गई.लिहाजा पार्टी ने मंत्री पद लेकर टेकाम को विकास प्राधिकरण का अध्यक्ष बनाया.भटगांव में विधायक पारसनाथ राजवाड़े संसदीय सचिव हैं. वहीं लुंड्रा के प्रीतम राम भी दो बार के विधायक और संसदीय सचिव है.इन तीनों ही सीटों पर मौजूदा समय में स्थानीय मतदाता विधायक के कामों से खुश नहीं है.जिसका फायदा बीजेपी उठा सकती है. वहीं विधायक बृहस्पति सिंह के रामानुजगंज में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध शुरु किया है.इसी दौरान ही बीजेपी ने रामानुजगंज के पुराने दिग्गज रामविचार नेताम को टिकट देकर बड़ी चुनौती पेश की है. बीजेपी ने दिग्गजों के सामने एकदम नये चेहरों को मैदान में उतारा है. जाहिर है इतनी लंबी पारी खेल चुके नेताओं की एन्टीइनकम्बेंसी भी अधिक होगी. ऐसे में बीजेपी ने इस सियासी गणित को भुनाने का प्लान सेट किया है.
किसे कहां से दी गई टिकट : बीजेपी की सूची में सरगुजा जिले की लुंड्रा विधानसभा से पूर्व महापौर प्रबोध मिंज का नाम शामिल है, वहीं बलरामपुर जिले के रामानुजगंज विधानसभा सीट से पूर्व गृहमंत्री और पूर्व राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम को टिकट दिया गया है. इसी तरह सूरजपुर जिले की बात करें तो यहां तीनों विधानसभा सीटों पर नामों की घोषणा कर दी गई है. बीजेपी ने प्रेमनगर विधानसभा सीट से आदिवासी नेता भूलन सिंह मरावी, भटगांव विधानसभा से लक्ष्मी राजवाड़े और प्रतापपुर विधानसभा से शकुंतला सिंह पोर्ते को टिकट दिया है.
कौन हैं प्रबोध मिंज : बीजेपी ने लुंड्रा विधानसभा से नगर निगम के पूर्व महापौर प्रबोध मिंज को अपना प्रत्याशी बनाया है. प्रबोध मिंज का नाम वर्ष 2018 के चुनाव में भी फाइनल हुआ था लेकिन अंतिम समय में उनका टिकट बदल दिया गया. प्रबोध मिंज कई वर्षों से पार्टी से टिकिट की मांग कर रहे थे. अपनी तैयारी कर रहे है. प्रबोध मिंज वर्ष 2005 से 2010 और 2010 से 2015 तक दो बार नगर निगम के महापौर रह चुके हैं.लुंड्रा से प्रबल दावेदार माने जा रहे थे. निगम महापौर रहते हुए उनके कार्यकाल में स्टेडियम ग्राउंड, प्रतीक्षा बस स्टैंड, स्विमिंग पूल, रिंग रोड, सरगुजा सदन जैसे बड़े सामुदायिक भवन, रिंग रोड, गौरव पथ का निर्माण कराया गया था. प्रबोध मिंज ने पंचायत स्तर से राजनीति की शुरुआत की है. इसलिए उनकी जमीनी पकड़ मजबूत मानी जाती है. इसके साथ ही वो मसीही सामज से हैं और कांग्रेस के परंपरागत मसीही वोट में सेंध लगाने मे ये सफल रहे तो यहां कांग्रेस को दिक्कत हो सकती है.
राम विचार नेताम रह चुके हैं गृहमंत्री : बीजेपी ने संभाग की हाईप्रोफाइल सीट रामानुजगंज विधानसभा से कद्दावर आदिवासी नेता रामविचार नेताम को टिकट दिया है. रामविचार नेताम वर्ष 1990 से 2013 तक रामानुजगंज सीट से विधायक रहे .डॉ. रमन सिंह की सरकार में गृहमंत्री बनाया गया था. वर्ष 2013 के बाद से इस सीट पर विधायक बृहस्पति सिंह का कब्जा है. इसके साथ ही रामविचार नेताम राज्यसभा सांसद रह चुके हैं . लम्बे समय से रामानुजगंज सीट से अपनी दावेदारी पेश कर रहे थे.
सूरजपुर जिले में तीनों प्रत्याशी नए : बीजेपी ने सूरजपुर जिले की तीनों सीटों से अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी है. ये सभी नये चेहरे हैं. ये कभी भी विधानसभा चुनाव नहीं लड़े हैं. इनमें प्रेमनगर से प्रत्याशी भूलन सिंह मरावी ने 1995 में जनपद सदस्य के रूप में अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत की थी.उसके बाद लगातार कई पदों पर पार्टी के लिए कार्य किया. भूलन मरावी वर्तमान में बीजेपी जिला उपाध्यक्ष के रूप में काम कर रहे हैं. वहीं भटगांव प्रत्याशी लक्ष्मी राजवाड़े वर्तमान में बीजेपी महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष हैं . पूर्व में जिला पंचायत सदस्य और जनपद सदस्य रह चुकी हैं. इसी तरह प्रतापपुर से प्रत्याशी शकुंतला सिंह पोर्ते बलरामपुर बीजेपी जिलाध्यक्ष और सरपंच हैं. जबकि पूर्व में जिला पंचायत सदस्य रह चुकी हैं.