सरगुजा: ठग अब लोगों को नए-नए तरीकों से अपना शिकार बना रहे हैं. पहले ठग मैसेज और ओटीपी के जरिए बैंक खातों से पैसे चोरी करते थे, लेकिन अब मोबाइल फोन पर बात करना भी खतरनाक हो गया है. ऐसा ही एक अजीबोगरीब केस अंबिकापुर के कोतवाली थाना क्षेत्र में सामने आया है. स्कूल के प्राचार्य फोन पर बात करते हुए सवा लाख रुपये की ठगी के शिकार हो गए. जबकि उन्होंने ओटीपी की जानकारी भी नहीं दी थी. ठग ने उन्हें एसबीआई का कर्मचारी बनकर फोन किया था. फिलहाल, प्राचार्य ने इसकी शिकायत पुलिस से की है. पुलिस अपराध दर्ज कर केस की जांच कर रही है.
बरगीडीह लुंड्रा निवासी जमील अहमद फिरदौसी शहर के नवागढ़ में रहते हैं. वर्तमान में लुंड्रा विकासखंड के ग्राम डंडगांव हाई स्कूल में प्राचार्य के पद पर पदस्थ हैं. प्राचार्य जमील अहमद के पास एक नंबर से फोन आया. फोन करने वाले व्यक्ति ने खुद को एसबीआई का कर्मचारी बताया. आरोपी ने शिक्षक को बताया कि उन्होंने आरडी खाता खोलने के लिए आवेदन किया था. जब प्राचार्य ने इससे इंकार किया तो उसने उन्हें अपने झांसे में लेने के लिए उनका नाम, पता, पिन कोड सहित अन्य जानकारियां सही बताई.
महंगी पड़ी ऑनलाइन शॉपिंग, ठगों ने दो खातों से उड़ाए लाखों
आरोपी ने प्राचार्य को फोन पर उलझा कर रखा
प्राचार्य ने खाता खोलने से मना कर दिया. आरोपी ने आवेदन को निरस्त करने की प्रक्रिया की जानकारी दी. उसने प्राचार्य से कहा कि मोबाइल पर एक मैसेज आया होगा. जिसकी ओटीपी की जानकारी उन्हें देनी है. लेकिन शंका होने पर प्राचार्य ने ओटीपी की जानकारी नहीं दी. इसके बावजूद अज्ञात आरोपी प्राचार्य को फोन पर उलझा कर रखा है. इसी बीच उनके मोबाइल पर खाते से 22 हजार रुपये कटने का मैसेज आया.
कुल 1 लाख 23 हजार 500 रुपये खाते से गायब
रुपये कटते ही अज्ञात शख्स ने फोन काट दिया. 22,000 खाते से गायब होने की जानकारी होते ही प्राचार्य ने SBI के टोल फ्री नंबर पर फोन कर अपने एटीएम कार्ड को लॉक कराया. तब तक काफी देर हो चुकी थी. ठगों ने खाते से सवा लाख रुपए पार कर दिए थे. प्राचार्य ने बैंक जाकर अपने खाते की जानकारी निकाली. पता चला कि खाते से पहले 11,500, फिर 90 हजार और 22,000 रुपये गायब हुए है. कुल 1 लाख 23 हजार 500 रुपये खाते से गायब हो गए. प्राचार्य ने इसकी शिकायत कोतवाली थाने में की है.