सरगुजा: लोकसभा चुनाव 2019 के प्रचार अभियान में पूरे देश में तरह-तरह के रंग और राजनीतिक दलों के हथकंडे देखने को मिल रहे हैं. इधर, सरगुजा में विधानसभा चुनाव में पूरी तरह अपनी साख गंवा चुकी बीजेपी अब नए-नए तरीकों से मतदाताओं को रिझाने की कोशिश में जुटी है. बीजेपी यहां कांग्रेस सरकार पर पीडीएस को खराब करने का आरोप लगा रही है.
'कांग्रेस सरकार गरीब विरोधी'
बीजेपी के कार्यकर्ता इसके लिए बकायदा प्रचार अभियान चला रहे हैं. इतना ही नहीं यूपी से आये बीजेपी के स्टार प्रचारक योगी आदित्यनाथ ने भी अपने भाषण में इस बात का जिक्र करते हुए कांग्रेस सरकार को घेरा है. बीजेपी के जिलाध्यक्ष अखिलेश सोनी ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार को गरीब विरोधी बताते हुए कहा कि, पीडीएस को नई सरकार नहीं चलने देना चाहती है. उन्होंने कहा कि, पीडीएस के तहत लोगों को चना और नमक इस महीने नहीं दिया गया है. जिससे सरकार की मंशा पर सवाल उठ रहे हैं.
'अमानक स्तर का था नमक'
कांग्रेस पर लग रहे आरोपों पर जवाब देते हुए कांग्रेस के मीडिया सेल के अध्यक्ष द्वितेन्द्र मिश्रा बताते कहते हैं, 'बीजेपी लोगों के बीच झूठा प्रचार कर रही है. उन्होंने कहा कि, पिछली सरकार के समय से ही प्रदेश में राशन दुकान बीजेपी के लोग चला रहे हैं और चुनावी फायदे लेने के लिए लोगों बीच इस तरह के भ्रम फैला रहे हैं.' द्वितेन्द्र मिश्रा बताते कहते हैं, 'गुजरात के एक व्यापारी द्वारा राशन दुकानों को अमानक स्तर का नमक सप्लाई किया जा रहा था, जिसमें आयोडीन की मात्रा कम थी. इसलिए प्रदेश सरकार ने चुनावी लाभ ना देखते हुए नमक का स्टॉक रुकवा दिया है और चना भी घुन लगा सप्लाई किया जा रहा था. इस वजह से इस महीने नमक और चना का वितरण नहीं किया जा सका है.'
'इसके लिए बीजेपी दोषी'
बहरहाल चुनावी सीजन में आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज है. इससे सियासत भी गरमाई हुई है. बीजेपी कांग्रेस पर गरीबों को नमक और चना न देने का आरोप लगा रही है, वहीं कांग्रेस ने इसे दुष्प्रचार बताते हुए उस सप्लायर की गलती बता पूर्व सरकार पर सवाल खड़ा कर रही है. कांग्रेस का कहना है कि, ऐसे सप्लायर को बीजेपी सरकार में ठेका दिया गया था.