ETV Bharat / state

लापरवाही: राशि जारी होने के बाद भी एक साल से संवरने की राह देख रहा है ये स्कूल

ग्राम पंचायत पोड़ी में जर्जर भवन में पढ़ने को मजबूर हैं बच्चे.

जर्जर भवन में पढ़ने को मजबूर हैं बच्चे
author img

By

Published : Aug 20, 2019, 3:26 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST

सरगुजा: जिले के अधिकांश सरकारी स्कूल जर्जर हो चुके हैं. बारिश के दिनों में कहीं पानी टपक रहा है तो कहीं छत का प्लास्टर गिर रहा है. ताजा उदाहरण लखनपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत पोड़ी के माध्यमिक शाला का है.

लापरवाही: राशि जारी होने के बाद भी एक साल से संवरने की राह देख रहा है ये स्कूल
यहां की छत जर्जर हो जाने से बारिश के दिनों में छत का प्लास्टर गिर रहा है, जिसके कारण स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के साथ बड़ा हादसा होने का खतरा बना हुआ है. विद्यालय में मरम्मत की राशि स्वीकृत हुए एक साल बीत गया है लेकिन आज तक मरम्मत नहीं हुई.

यहां पढ़ते हैं 44 बच्चे

माध्यमिक शाला पोड़ी में कक्षा छठवीं से लेकर आठवीं तक कुल 44 बच्चे पढ़ाई करते हैं. विद्यालय की आठवीं कक्षा के छत का प्लास्टर, बरामदा और कार्यालय इतना जर्जर हो चुका है कि बरसात के दिनों में पानी अंदर आ रहा है, प्लास्टर गिरने से छात्रों को खतरा बना हुआ है.

पढ़ें : पीएम मोदी से बात कर बोले डोनाल्ड ट्रंप- कश्मीर में एक कठिन स्थिति, लेकिन अच्छी बातचीत!

राशि मिलने के बाद भी नहीं हुई मरम्मत

इसकी शिकायत एक वर्ष पूर्व से ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के माध्यम जिला शिक्षा अधिकारी से की गई थी. जिसके बाद जांच के लिए कार्यालय से एक टीम भेजी गई. टीम ने स्कूल की वास्तविक स्थिति देखने के बाद स्कूल की मरम्मत के लिए 50 हजार रुपया पंचायत को दिया गया था. लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बाद भी आज तक इस विद्यालय का मरम्मत नहीं हो सकी है.

पढ़ें : पीएम मोदी से बात कर बोले डोनाल्ड ट्रंप- कश्मीर में एक कठिन स्थिति, लेकिन अच्छी बातचीत!

एक साल बाद भी हाल जस के तस

प्रधान पाठक के एन सिंह का कहना है कि पंचायत में मरम्मत का पैसा आने के बाद हमने कई बार सरपंच और सचिव को मरम्मत करने को कहा लेकिन वे हमेशा बात टाल देते रहे हैं. एक साल बाद भी हालात जस के तस हैं.

सरगुजा: जिले के अधिकांश सरकारी स्कूल जर्जर हो चुके हैं. बारिश के दिनों में कहीं पानी टपक रहा है तो कहीं छत का प्लास्टर गिर रहा है. ताजा उदाहरण लखनपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत पोड़ी के माध्यमिक शाला का है.

लापरवाही: राशि जारी होने के बाद भी एक साल से संवरने की राह देख रहा है ये स्कूल
यहां की छत जर्जर हो जाने से बारिश के दिनों में छत का प्लास्टर गिर रहा है, जिसके कारण स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के साथ बड़ा हादसा होने का खतरा बना हुआ है. विद्यालय में मरम्मत की राशि स्वीकृत हुए एक साल बीत गया है लेकिन आज तक मरम्मत नहीं हुई.

यहां पढ़ते हैं 44 बच्चे

माध्यमिक शाला पोड़ी में कक्षा छठवीं से लेकर आठवीं तक कुल 44 बच्चे पढ़ाई करते हैं. विद्यालय की आठवीं कक्षा के छत का प्लास्टर, बरामदा और कार्यालय इतना जर्जर हो चुका है कि बरसात के दिनों में पानी अंदर आ रहा है, प्लास्टर गिरने से छात्रों को खतरा बना हुआ है.

पढ़ें : पीएम मोदी से बात कर बोले डोनाल्ड ट्रंप- कश्मीर में एक कठिन स्थिति, लेकिन अच्छी बातचीत!

राशि मिलने के बाद भी नहीं हुई मरम्मत

इसकी शिकायत एक वर्ष पूर्व से ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के माध्यम जिला शिक्षा अधिकारी से की गई थी. जिसके बाद जांच के लिए कार्यालय से एक टीम भेजी गई. टीम ने स्कूल की वास्तविक स्थिति देखने के बाद स्कूल की मरम्मत के लिए 50 हजार रुपया पंचायत को दिया गया था. लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बाद भी आज तक इस विद्यालय का मरम्मत नहीं हो सकी है.

पढ़ें : पीएम मोदी से बात कर बोले डोनाल्ड ट्रंप- कश्मीर में एक कठिन स्थिति, लेकिन अच्छी बातचीत!

एक साल बाद भी हाल जस के तस

प्रधान पाठक के एन सिंह का कहना है कि पंचायत में मरम्मत का पैसा आने के बाद हमने कई बार सरपंच और सचिव को मरम्मत करने को कहा लेकिन वे हमेशा बात टाल देते रहे हैं. एक साल बाद भी हालात जस के तस हैं.

Intro:सरगुजा- जिले के अधिकांश सरकारी स्कूल जर्जर हो चुके हैं बारिश के दिनों में कहीं पानी टपक रहा है तो कहीं छत का प्लास्टर गिर रहा है,ताजा उदाहरण लखनपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत पोड़ी के माध्यमिक शाला का है जिसका छत जर्जर हो जाने से बारिश के दिनों में छत का प्लास्टर गिर रहा है जिसके कारण स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के साथ बड़ा हादसा होने का खतरा बना हुआ है। शासकीय भवन के निर्माण और मरम्मत में कमीशन खोरी इतना हावी हो चुका है कि इस विद्यालय में मरम्मत की राशि स्वीकृत होने के बावजूद एक वर्ष बीत जाने के बाद भी मरम्मत नही हो पाया है।


Body:दरअसल माध्यमिक शाला पोड़ी में कक्षा छठवीं से लेकर आठवीं तक कुल 44 बच्चे पढ़ाई करते हैं । विद्यालय के आठवीं कक्षा के छत का प्लास्टर, बरामदा व कार्यालय इतना जर्जर हो चुका है कि बरसात के दिनों में पानी चुने के साथ छत का प्लास्टर गिर जा रहा है जिससे छात्रों को खतरा बना हुआ है ।

इसकी शिकायत एक वर्ष पूर्व से ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के माध्यम जिला शिक्षा अधिकारी को शाला भवन की जर्जर हालत की जानकारी दी गई थी जिसके बाद जांच के लिए कार्यालय से एक टीम भेजी गई टीम ने स्कूल की वास्तविक स्थिति देखने के बाद स्कूल की मरम्मत के लिए 50 हजार रुपया पंचायत को दिया गया था लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बाद भी आज तक इस विद्यालय का मरम्मत नहीं हो सका है जिसके कारण वहां के पढ़ने वाले बच्चे जर्जर भवन में पढ़ने को मजबूर हैं।




Conclusion:प्रधान पाठक के .एन .सिंह का कहना है कि पंचायत में मरम्मत का पैसा आने के बाद हमने कई बार ग्राम पंचायत के सरपंच व सचिव को मरम्मत करने को कहा ,लेकिन हमेशा बात टाल देते रहे है, अब एक साल बीत चुका है अब तक मरम्मत नही हो पाया है ।

वही पंचायत सचिव की माने तो शाला भवन इतना जर्जर है कि 50 हजार रुपये में मरम्मत नही हो सकता इस वजह से अभी तक भवन का मरम्मत नही हो पाया है ।

बाईट 01 -विस्व राज यादव (छात्र)

बाईट02- के .एन. सिंह ( प्रधान पाठक)

बाईट 03 - उपेंद्र कुमार सिंह(सचिव ग्राम पंचायत पोड़ी)




Last Updated : Jul 25, 2023, 8:00 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.