सरगुजा: स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में एक बार फिर अंबिकापुर शहर ने बाजी मारी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए स्वच्छता सर्वेक्षण के परिणामों की घोषणा की है. जिसमे अंबिकापुर को 1 लाख से 10 लाख की आबादी वाले शहरों में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है. वहीं छत्तीसगढ़ को देश का सबसे साफ राज्य घोषित किया गया है, वहीं छोटे शहरों में जशपुर ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है. केंद्रीय शहरी मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बधाई दी है.
स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर चलाए जा रहे अभियान के तहत सरगुजा के नाम अब तक अनेकों उपलब्धियां जुड़ चुकी हैं. शहर में 17 SLRM सेंटर और एक टर्सरी सेंटर के माध्यम से सफाई वयवस्था का काम वर्तमान में 456 स्वच्छता दीदियां संभाल रही हैं. स्वच्छता दीदियों ने गीला और सूखा कचरा बेचने के साथ ही यूजर चार्ज के जरिए से 6 करोड़ से ज्यादा की कमाई की है और इनकी मासिक आय 18-20 लाख रुपए तक हो गई है. इन दीदियों को प्रतिमाह निगम की ओर से 7 हजार रुपये वेतन भी दिया जाता है.
छत्तीसगढ़ देश का इकलौता राज्य है, जहां के सभी 27 जिले ओडीएफ ++ हो गए हैं. 1 से 10 लाख की आबादी वाले शहर में अंबिकापुर देश का सबसे स्वच्छ शहर बना है, जबकि 50 हजार से 1 लाख की आबादी में धमतरी, 25 से 50 हजार की आबादी में जशपुर और 25 हजार से कम आबादी वाले सिटी में पाटन को सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है. गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ ओडीएफ को लेकर लंबे समय से काम चल रहा है, इसके चलते ही गांव-गांव मे साफ सफाई को लेकर अब लोग भी काफी जागरूक हुए हैं.
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अंबिकापुर को मिल चुके अवार्ड
स्वच्छता सर्वेक्षण प्रारम्भ होने के बाद से अंबिकापुर नगर निगम के नाम अनेकों उपलब्धियां जुड़ी हुई हैं. SLRM सेंटर प्रोजेक्ट के कारण ही नगर निगम को वर्ष 2015-16 में स्कॉच अवार्ड, 2017 में 2 लाख की आबादी में प्रथम और देश में 15वां स्थान मिला था. साल 2017 में नगर निगम की स्वच्छता दीदियों को स्वच्छता ही सेवा अवार्ड, यूनाइटेड नेशन थ्री आर फोरम अवार्ड, व्ही रामचंद्रन अवार्ड मिल चुका है. साल 2018 में नगर निगम को स्वच्छता के क्षेत्र में 2 लाख की आबादी में प्रथम और देश में 11वां रैंक मिला था, जबकि 2019 में देश में दूसरा और बेस्ट प्रैक्टिस एंड इनोवेशन के लिए प्रथम स्थान, 5 स्टार रेटिंग मिल चुका है. साल 2020 के स्वच्छता सर्वेक्षण में स्टार रेटिंग की घोषणा हो चुकी है, जिसमें ननि को 5 स्टार मिले हैं.
अंबिकापुर ने ऐसा किया काम
स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 कुल 6हजार अंक का था, जिसमें 1500 अंक डॉक्यूमेंटेशन, 1500 सर्टिफिकेशन, 1500 सिटीजन फीडबैक और 1500 डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन के लिए थे. 2020 सर्वेक्षण में कचरे का कलेक्शन और निपटान के साथ वेस्ट रिडक्शन के लिए अंबिकापुर में कई नवाचार किए गए. प्लास्टिक से दाना, सीमेंट प्लांट के लिए आर डी एफ, दीदी बर्तन बैंक, नेकी की दीवार, आदि का प्रयोग कर जनसहभागिता सुनिश्चित किया गया. इस सर्वेक्षण में अंबिकापुर ने तरल अपशिष्ट प्रबंधन में नालियों के पानी के उपचार के लिए प्राकृतिक पद्धति का प्रयोग कर वॉटर रिसाइकलिंग के क्षेत्र में कार्य किया. उपचारित जल का प्रयोग निर्माण कार्य और उद्यानों में किया जाता है. नगर के 36 सार्वजनिक और सामुदायिक शौचालयों का सौंदर्यीकरण करके बेहतरीन सुविधा सुनिश्चित की गई. स्वच्छता श्रृंगार योजना के माध्यम से समूह की दीदियों को रोजगार के साथ शौचालय संचालन की व्यवस्था की गई, नगर से निकलने वाले मल प्रबंधन के लिए FSTP प्लांट की स्थापना की गई.
नगर के 3 हजार से ज्यादा परिवारों को होम कम्पोस्टिंग से गीले कचरे का घरों में निष्पादन किया जा रहा है. निगम से तैयार खाद का विक्रय कर आय अर्जन और जैविक खेती को बढ़ावा देने में भी काम हो रहा था. नगर में निकलने वाले मलबे की प्रोसेसिंग कर विभिन उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं. स्वच्छता दीदियों ने कोरोना से लगे लॉकडाउन के दौरान भी नगर के स्वच्छता अभियान में उत्कृष्ट काम की है. निकाय के जनप्रतिनिधि, अधिकारी/कर्मचारी, स्वच्छता दीदियों ने जन सहयोग से अंबिकापुर को स्वच्छता के क्षेत्र में अग्रणी बनाए रखने के लिए कार्य किया गया है.
पूर्व में प्राप्त सम्मान
- अंबिकापुर नगर निगम स्वच्छ सर्वेक्षण 2017 में दो लाख की जनसंख्या में देश में प्रथम एवं पूरे देश में 15वें स्थान में था.
- अंबिकापुर नगर निगम स्वच्छ सर्वेक्षण 2018 में दो लाख की जनसंख्या में देश में प्रथम, बेस्ट प्रैक्टिस इनोवेशन में देश में अव्वल एवं पूरे देश में 11वे स्थान में था.
- अंबिकापुर नगर निगम स्वच्छ सर्वेक्षण 2019 में दो लाख की जनसंख्या में देश में प्रथम एवं पूरे देश में 2वे स्थान में था.
- 5 स्टार रेटिंग से पुरस्कृत किया गया था.