सरगुजा: अंबिकापुर के एक अंडे बेचने वाले की दो बेटियों ने अपने पिता के साथ सरगुजा का मान बढ़ा दिया है. इनकी दोनों बेटियों नेशनल लेवल की स्पोर्टस चैम्पियनशिप में शानदार प्रदर्शन किया है. कर गोल्ड और ब्रांज मेडल जीता है. इनमें से बड़ी बहन खुशबू ने नेशनल नेटबॉल प्रतियोगिता में ब्रॉन्ज मेडल जीता, तो छोटी बहन अंकिता ने नेशनल बास्केटबॉल प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल हासिल किया है.
अंडा बेचने वाले पिता का नाम किया रोशन: अम्बिकापुर में रहने वाले नरेश गुप्ता अंडा बेचने का काम करते हैं. अंडे के कारोबार से ही नरेश अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं. इनकी तीन बेटियां है. नरेश ने अपनी सबसे छोटी बेटी अंकिता के नाम से अंडे की दुकान खोल रखी है. इनकी दोनों बेटी अंकिता और खुशबू ने अपने पिता का ही नहीं, बल्कि प्रदेश का भी नाम रोशन किया है. एक बेटी ने नेशनल बास्केटबॉल में गोल्ड मेडल पाया है, तो दूसरी बेटी ने नेट बाल की नेशनल प्रतियोगिता में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया है.
नेशनल प्रतियोगिता में बेटियों ने गाड़े झंडे: राष्ट्रीय कोच राजेश प्रताप सिंह ने बताया कि "छत्तीसगढ़ महिला नेटबॉल टीम ने अपना दमखम दिखाते हुए 10 साल बाद ऐतिहासिक जीत दर्ज की है. नेटबॉल प्रतियोगिता 2021 में छत्तीसगढ़ की पुरुष टीम ने स्वर्ण पदक जीता था. वहीं महिला टीम ने आखिरी बार 2013 में पदक जीता था. खुशबू शुरु में बास्केटबॉल खेलती थी, बाद में उसे मैंने नेट बॉल खेलने प्रेरित किया. इसमे इनके परिवार का बड़ा योगदान हैं, क्योंकि बेटियों को लोग खेलने जाने नहीं देते हैं, लेकिन इनके परिवार ने साथ दिया."
खुशबू ने नेटबॉल में जीता ब्रॉन्ज मेडल: 41वीं सीनियर नेशनल महिला नेटबॉल प्रतियोगिता में खुशबू ने ब्रॉन्ज मेडल जीता है. यह प्रतियोगिता 21 से 24 सितम्बर तक हरियाणा के सोनीपत मे आयोजित की गई थी. जिसमें छत्तीसगढ़ की टीम ने शानदार जीत हासिल किया. छत्तीसगढ़ सीनियर नेटबॉल टीम में सरगुजा की खिलाड़ी खुशबू गुप्ता भी शामिल थी.
13 साल की उम्र में नेशनल में जीता गोल्ड: अंकिता ने 13 साल की उम्र में नेशनल सब जूनियर बास्केटबॉल प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल हासिल किया है. तमिलनाडु में आयोजित राष्ट्रीय सब जूनियर बास्केटबॉल चैम्पियनशिप में छत्तीसगढ़ से बालिकाओं की टीम ने बेहतर प्रदर्शन किया था. छत्तीसगढ़ की टीम का प्रतिनिधित्व अम्बिकापुर की खिलाड़ी अंकिता गुप्ता ने किया. प्रदेश के लिए गोल्ड मेडल हासिल कर छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया था.
टैलेंट सर्च प्रोग्राम के तहत अंकिता का चयन: अंकिता की मेहनत और परिवार की हालत को देखते हुए कोच राजेश प्रताप सिंह और राजेश्वर राव ने मदद की. उन्होंने टैलेंट सर्च प्रोग्राम के तहत अंकिता का चयन किया. चयन के बाद अंकिता दिल्ली पब्लिक स्कूल राजनांदगांव में मुफ्त में प्रशिक्षण के साथ पढ़ाई भी कर रही.