अंबिकापुर: जिले में एक महिला चोरी की डिग्री लेकर शहर के सबसे बड़े संस्थान होलीक्रॉस हॉस्पिटल अंबिकापुर में मरीजों का इलाज कर रही थी. जब इस बात की जानकारी असल डिग्रीधारी महिला डॉक्टर को हुई कि उसके नाम की डिग्री का उपयोग कहीं और किया जा रहा है. तो उसने घटना की शिकायत आज पुलिस से की. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल आरोपी महिला डॉक्टर को हिरासत में लेकर पूछताछ किया. तो फर्जी डॉक्टर ने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
डेढ़ साल तक अस्पताल को नहीं लगी खबर: इस घटना से अस्पताल प्रबंधन पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. आखिर इतनी बड़ी संस्था ने कैसे बिना किसी कड़ी जांच के नौकरी दे दी. डॉक्टर जैसा जिम्मेदारी वाला संवेदनशील पद किसी को भी मिल जाना बेहद घातक साबित हो सकता है. बावजूद इसके होलीक्रॉस हॉस्पिटल में एक फर्जी डॉक्टर डेढ़ साल से नौकरी करती रही और प्रबंधन को इसकी भनक तक नहीं लगी.
सरगुजा की डॉक्टर की डिग्री चुराई: जिले के लखनपुर की रहने वाली 27 वर्षीय डॉ खुशबू साहू वर्तमान में लहपटरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक के पद पर पदस्थ है. डॉ. खुशबू साहू ने गुरुवार को थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके ही नाम की डिग्री के आधार पर कोई और महिला डॉक्टर शहर के होलीक्रॉस हॉस्पिटल में नौकरी कर रही हैं. पुलिस ने शिकायत को गंभीरता से लिया. कोतवाली और गांधीनगर पुलिस मामले की जांच में जुटी और होलीक्रॉस हॉस्पिटल में पदस्थ महिला डॉक्टर को हिरासत में लिया.
रायपुर की रहने वाली है फर्जी डॉक्टर: महिला रायपुर तिल्दा मोरेंगा की रहने वाली 27 वर्षीय वर्षा वानखेड़े है. महिला गांधीनगर में रहकर होलीक्रॉस हॉस्पिटल अंबिकापुर में बतौर डॉक्टर कार्य कर रही थी. महिला ने पूछताछ ने दौरान चोरी की डिग्री से मरीजों का उपचार करने की बात कबूल कर ली है. पुलिस ने मामले में महिला को धारा 419, 420 के तहत गिरफ्तार किया है.
"डॉक्टर ने अपनी डिग्री चोरी होने और किसी अन्य महिला द्वारा उसके दस्तावेजों के आधार पर चिकित्सक के रूप में काम करने की शिकायत दर्ज कराई थी. मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई. उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. महिला डेढ़ साल से होलीक्रॉस हॉस्पिटल में लोगों का उपचार कर रही थी. फिलहाल मामले की विस्तृत जांच चल रही है." - विवेक शुक्ला, एएसपी, अंबिकापुर
भारत जैसे देश मे डॉक्टर को भगवान माना जाता है. किसे पता था कि एक ऐसा डॉक्टर भगवान बन बैठा है, जो भगवान नहीं हैवान का काम कर रहा है. लोग अपनी जान बचाने के लिए डॉक्टर के पास जाते हैं, लेकिन अब यदि लोग डॉक्टर की फर्जी डिग्री लेकर मरीजों की जान से खिलवाड़ करने लगे, तो फिर मरीजों का तो भगवान ही मालिक है.